मुंबई
एक्टर अन्नू कपूर स्टारर फिल्म 'हमारे बारह' का टीजर कुछ दिन पहले ही रिलीज हुआ है. टीजर में महिलाओं को लेकर बात की गई है. फिल्म का एक किरदार औरतों की तुलना सलवार के नाड़े से करता नजर आ रहा है. वहीं वो कहता है कि औरतें मर्दों के लिए खेती समान हैं, जो जब चाहे खेती कर सकता है. टीजर में महिलाओं के दर्द को देखा गया था. वहीं किरदार की ऐसी बातों से दर्शक भड़क उठे. फिल्म के टीजर के रिलीज होने के बाद से मूवी का विरोध किया जा रहा है. इसपर अब एक्टर अन्नू कपूर ने अपना रिएक्शन दिया है.
एक मीडिया एजेंसी से बात करते हुए अन्नू कपूर ने कहा, 'मुझे पता नहीं कि कितनी फिल्मों को कॉन्ट्रवर्सी ने घेरा है, क्योंकि आप जानते हैं न मैं फिल्म देखता हूं, न मैं टीवी देखता हूं. फिर भी ये फिल्म विवादों के घेरे में आ गई है. नाम की वजह से. लेकिन फिल्म किसी ने देखी नहीं है और हमारे कलाकारों को मौत की धमकियां मिल रही हैं, गालियां मिल रही हैं, निंदाएं मिल रही हैं. फिल्म देखी है नहीं जजमेंट दे रहे हैं.'
एक्टर्स को मिल रही धमकियां
एक्टर से पूछा गया कि क्या ये सच में कोई विवादित फिल्म है? इसे सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट मिला है? इसपर उन्होंने कहा, 'सेंसर बोर्ड से बिल्कुल फिल्म पास हुई है. वो एक कॉम्पेटेंट अथॉरिटी है उसने पास की है. जो आप के देश के प्रजातंत्र ने नियम कानून और गाइडलाइंस बनाई हैं उन्हीं को सेंसर बोर्ड फॉलो करती है. तो उसके बाद इस तरह का विरोध, प्रजातंत्र में विरोध है, लेकिन प्रजातंत्र में मौत की धमकियां और स्त्रियों को गाली-गलौच और ये कि बलात्कार कर देंगे, ये तो सही नहीं है. इसकी तो कड़ी सजा मिलनी चाहिए. लेडीज को ज्यादा धमकियां मिली हैं. किसी भी स्त्री को आप ये कहेंगे कि आपका रेप करेंगे तो ये अच्छी बात नहीं है. वो भी तब जब आपने फिल्म का सिर्फ टीजर देखा है.'
विरोध करने वालों को अन्नू कपूर ने कहा, 'भैया फिल्म देखिए. उसके बाद अपनी राय कायम कीजिएगा. खुद आका बनने की कोशिश मत करिए. ये फिल्म मदरहुड की बात करती है, ये फिल्म जनसंख्या की बात करती है. औरत किन जज्बात से गुजरती है और उसको किन मुश्किलों का सामना करना पड़ता है एक फैमिली के अंदर ये उसकी कहानी है. मैं ऐसा किरदार निभा रहा हूं जो अपने दीन-ओ-ईमान के ऊपर अटका हुआ है. वो उसके खिलाफ नहीं जाना चाहता है. जो लिखा हुआ उसको बदलना नहीं चाहता है. मुझे फिल्म का विलेन भी कहा जा सकता है.'
अन्नू कपूर ने आगे कहा, 'इस फिल्म के माध्यम से प्रोड्यूसर-डायरेक्टर एक बदलाव की मांग करते हैं. और वक्त के साथ-साथ बदलाव आना चाहिए. हमारे सूफी खान, जो हमारे क्रिएटिव राइटर हैं, उन्होंने बहुत अच्छी बात कही कि 'फोटो लगाना जो है मना है, लेकिन फिर भी लोगों को उमराह करने के लिए, हज करने के लिए जाना होता है तो पासपोर्ट पर फोटो लगानी पड़ती है न. वक्त के साथ-साथ हम लोगों को बदलना पड़ता है. इंसानियत की भलाई के लिए वक्त के साथ हम सबको बदलना है. इस बारे में फिल्म बात करती है. दूसरी बात जनसंख्या हमारे मुल्क में बहुत बड़ी मुसीबत हो चुकी है. हमें किसी न किसी तरह इसको कंट्रोल करना है और पूरी ईमानदारी के साथ कंट्रोल करना है. मैं सभी से अपील करता हूं कि हम सब अपने समाज के लिए, मुल्क के लिए जिम्मेदार हैं. हमको जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी.'
अन्नू कपूर ने कही ये बात
बातचीत के दौरान अन्नू कपूर ने अपने शब्दों में बताया कि उनकी फिल्म 'हमारे बारह' को क्यों देखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा, 'नारी तेरी यही कहानी, आंचल में है दूध, आंखों में पानी. नारी, प्रधान सब्जेक्ट है. एक परिवार को अलग रखकर बात अलग कही गई है. जनसंख्या पर बात अलग कही गई है. कहीं न कहीं नारी को मुश्किल न झेलनी पड़े, नारी की इच्छा के विरुद्ध उसको मां बनने के लिए मजबूर न किया जाए. मां के पास अधिकार होना चाहिए. मां बहुत जरूरी है. मां से बड़ी कोई हस्ती नहीं है. मैं इतना ही कहना चाहता हूं मां यानी औरत, उसकी जबतक इज्जत नहीं करेंगे तब तक कहीं न कहीं सुकून कायम नहीं हो सकेगा.'
फिल्म 'हमारे बारह' को डायरेक्टर कमल चंद्र ने बनाया है. इसकी रिलीज डेट 7 जून तय की गई है. हालांकि विवादों के बीच फंसी इस फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग लगातार हो रही है.