नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में उत्तर प्रदेश की 13 सीटों पर चुनाव प्रचार गुरुवार 30 मई की शाम को थम जाएगा। इसके साथ ही पहली जून को मतदान की तैयारियां शुरू हो जाएंगी। इन 13 सीटों में दो सुरक्षित हैं और 11 सामान्य। यह सीटें हैं-महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव सु., घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चन्दौली, वाराणसी, मिर्जापुर और राबर्ट्सगंज सु.। इन लोकसभा सीटों के अलावा सोनभद्र जिले की रिक्त चल रही दु्द्धी विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए भी वोट डाले जाएंगे।
इन 13 लोकसभा सीटों पर 144 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, जिनमें 134 पुरुष तथा 10 महिला प्रत्याशी हैं। इन प्रत्याशियों में मुख्यत: वाराणसी सीट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गोरखपुर में भाजपा के मौजूदा सांसद व फिल्म अभिनेता रवि किशन, चंदौली में भाजपा के मौजूदा सांसद व केन्द्रीय मंत्री डा.महेन्द्र नाथ पाण्डेय, मिर्जापुर सीट पर अपना दल (एस) की प्रमुख नेता और केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल आदि प्रमुख नेताओं के राजनीतिक भविष्य का फैसला मतदाता करेंगे। सोनभद्र जिले की दुद्धी (अनुसूचित जनजाति) के लिए आरक्षित विधानसभा सीट के उपचुनाव में छह प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।
आज शाम से प्रचार पर रहेगी पाबंदी
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम-1951 की धारा-126 के तहत निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान समाप्त होने से पूर्व के 48 घंटे की अवधि में अर्थात गुरुवार 30 मई को शाम छह बजे से सातवें चरण के सभी 13 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों तथा दुद्धी विधानसभा उपचुनाव के लिए भी चुनाव प्रचार-प्रसार संबंधी समस्त गतिविधियों व अभियानों पर प्रतिबंध रहेगा। चुनाव प्रचार की अवधि समाप्त होने के बाद इन निर्वाचन क्षेत्रों में सभी राजनीतिक दलों के बाहरी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों की मौजूदगी पूर्णतया प्रतिबंधित रहेगी।
पोलिंग बूथ पर मोबाइल फोन ले जाने पर रोक
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सातवें चरण का चुनाव प्रचार अभियान समाप्ति के बाद इन निर्वाचन क्षेत्रों के जिला निर्वाचन अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि राजनीतिक दलों के सभी बाहरी पदाधिकारी व कार्यकर्ता इस दौरान इन निर्वाचन क्षेत्रों में उपस्थित न रहें। इसके लिए मतदान से पहले चुनाव प्रचार पर रोक संबंधी भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश को सभी राजनीतिक दलों, उम्मीदवारों और उनके प्रतिनिधियों के संज्ञान में लाना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने बताया कि निर्वाचन आयोग द्वारा मतदान के दिन पोलिंग बूथ के अंदर मोबाइल फोन, स्मार्ट फोन, वायरलेस सेट आदि ले जाने पर रोक लगाई गई है।
गर्मी से बचाव के विशेष निर्देश
प्रदेश में चल रही प्रचंड ग्रीष्म लहरी को देखते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने मतदान के दिन गर्मी से बचाव के लिए संबंधित जिला निर्वाचन अधिकारियों को विशेष निर्देश जारी किए हैं। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि भीषण गर्मी के मद्देनज़र पहली जून को होने वाले मतदान में सभी पोलिंग बूथों पर आवश्यक प्रबंध किए जा रहे हैं। मतदान केन्द्रों में शीतल पेयजल, महिला एवं पुरुष के लिए शौचालय तथा दिव्यांग व वृद्धजनों के लिए व्हील चेयर व कुर्सियों की व्यवस्था की जा रही है।
प्रत्येक मतदान केन्द्र परिसर में मतदाताओं की कतार तक छाया के इंतजाम किए गए हैं। लू से बचाव के लिए प्रत्येक मतदेय स्थल पर पैरामेडिक्स व आशा कार्यकर्ताओं को पर्याप्त मात्रा में ओआरएस एवं मेडिकल किट उपलब्ध कराई गई है। सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ पैरामेडिक कर्मी भी तैनात किए गए हैं। जनपदों में उपलब्ध आपातकालीन एम्बुलेंस सेवा को अलग-अलग उपयुक्त स्थानों पर रखा गया है, ताकि आवश्यकता पड़ने पर उन्हें आसानी से मतदान केन्द्रों व पोलिंग बूथ पर भेजा जा सके। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने मतदान कार्मिक तथा मतदाताओं को सलाह दी है कि गर्मी से बचने के लिए पूर्ण सावधानी बरतते हुए हल्के सूती वस्त्रों का प्रयोग करें। तेज धूप से बचाव हेतु टोपी, छाता एवं सर को ढ़कने के लिए सफेद सूती गमछा या अन्य कोई कपड़ा रखें। पानी की बोतल रखें, समय-समय पर आवश्यकतानुसार सादा जल, नींबू पानी या ओआरएस का प्रयोग करें। मतदान दिवस को तेज धूप निकलने से पहले ही मतदाता अधिक संख्या में मतदेय स्थलों पर पहुंच कर मतदान करें।