भोपाल
मध्यप्रदेश में लू से अगले 2 दिन और राहत नहीं मिलेगी। 30 और 31 मई को भी प्रदेश के ग्वालियर, चंबल, मालवा-निमाड़ में भीषण लू चलेगी। यहां टेम्प्रेचर 45 डिग्री के पार ही रहेगा। गुरुवार को भी ग्वालियर-चंबल में लू का रेड अलर्ट है।मौसम विभाग के अनुसार कल 31 मई के बाद गर्मी से कुछ हद तक राहत की उम्मीद है. बुधवार को निवाड़ी का पृथ्वीपुर सबसे गर्म रहा. यहां पारा 47.5 दर्ज किया गया.
मौसम विभाग ने आज प्रदेश भर भीषण गर्मी की संभावना जताई है. जबकि 12 जिले लू की चपेट में रहेंगे. 24 जिलों में गर्म हवाएं चलेंगी. गर्मी के मामले में प्रदेश के नर्मदापुरम में कुछ राहत है. नर्मदापुरम में पारा 38.8 डिग्री चल रहा है, जबकि पचमढ़ी में सबसे कम 36.4 डिग्री दर्ज किया गया.
गर्मी का सितम जारी
ग्वालियर की भीषण गर्मी और नौतपा में 48 डिग्री टैम्प्रेचर ने लोगो के दैनिक जीवन पर प्रहार किया है. लोग अब घर से निकालने से भी कतरा रहे हैं, और प्रशासन ने 12 से 4-5 बजे तक घर से ना निकलने की सलाह भी दी है. शासन प्रशासन की तमाम कोशिशों के साथ भी गर्मी और लू से होने वाली मौतें कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं.
एक जून से राहत की उम्मीद
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में फिलहाल आज और कल राहत की उम्मीद नहीं है. एक जून के बाद लू का असर कम होगा. मौसम विभाग के अनुसार आज प्रदेश के ग्वालियर, दतिया, निवाड़ी जिलों में तापमान 46 से 47 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है. इन जिलों में लू का रेड अलर्ट जारी किया गया है.
जबकि श्योपुरकलां, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, दमोह, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मैहर, कटनी, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर को ऑरेंज अलर्ट की श्रेणी में रखा गया है. जबकि येलो अलर्ट की श्रेणी में भोपाल, विदिशा, रायसेन, शाजापुर, राजगढ़, आगर मालवा, खरगोन और खंडवा शामिल हैं.
40 के पार रहा बड़े शहरों का तापमान
प्रदेश के पांचों बड़े शहर (भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन और जबलपुर) में तापमान 40 डिग्री के पार ही रहा. भोपाल में जहां अधिकतम तापमान 44.1 डिग्री दर्ज किया गया, वहीं न्यूनतम 30.4, इंदौर में अधिकतम 40.8, न्यूनतम 25.9, ग्वालियर में अधिकतम 46.6 न्यूनतम 31.2, जबलपुर 42.7-31.1 और उज्जैन में अधिकतम तापमान 41.5 और न्यूनतम तापमान 27.5 दर्ज किया गया.
क्या था पूरा मामला?
ग्वालियर उपनगर के रमटापुरा का यह पूरा मामला है. जहां एक मजदूर परिवार पर नौतपा का कहर दुखों का पहाड़ बनकर टूटा है. जिसके चलते नाबालिग भाई बहन ने भीषण गर्मी में देखते ही देखते अपनी जान गंवा दी. ये दोनों बच्चे अपने परिजनों के साथ 48 डिग्री सेल्सियस तापमान में करीब 100 किलोमीटर से ज्यादा दूर मुरैना जिले के कैलारस के एक गांव में मां और दादी के साथ ऑटो रिक्शा से गए. 12 साल की बहन और 10 साल के भाई को भारी यह सफर भारी पड़ गया.
लौटते वक्त 12 साल की मोना शाक्य की तबीयत बिगड़ गई और आपको बता दें उसकी तबीयत पहले से ही खराब थी. जबकि उसका 10 साल का भाई अभिषेक अच्छा भला था, वह तो अपनी मां और दादी के साथ घूमने की चाह में जिद करके चला गया था. मुरैना के जौरा में पहले बहन मोना की तबीयत खराब हुई. जब तक उसे डॉक्टर के पास ले जाते तब तक भाई अभिषेक भी बैठे-बैठे कुर्सी से गिर गया. यह पूरा माजरा गर्मी से लौटने के बाद हुआ.
अस्पताल ने छुपाई मौत की वजह
घर वाले दोनों बच्चों को बिरला अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने बच्चों की मौत को प्रारंभिक तौर पर गर्मी से बताया लेकिन बिरला अस्पताल में इस बारे में स्वास्थ्य विभाग को कोई सूचना नहीं दी. इस बारे में जब मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर आरके राजोरिया से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है. यदि बच्चे बिरला अस्पताल गए थे. तो अस्पताल प्रबंधन को इस बारे में जिला प्रशासन अथवा सीएमएचओ को अवगत कराना था. ऐसा क्यों नहीं किया गया है. मौत के बाद भी सिस्टम ने मृतको के साथ सौतेला व्यवहार किया. बुधवार को इन बच्चों को एक साथ दफना दिया गया. इन दो नाबालिग भाई बहन की मौत से रमटापुरा के प्रजापति मोहल्ले में गम का माहौल है.
ग्वालियर में धारा 144 लागू
ग्वालियर-चम्बल के कई शहरों का तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है, जिससे आम जनजीवन पर भारी असर पड़ा है. गर्म हवाओं के चलते लोग बाहर निकलने से बच रहे हैं. ग्वालियर में भीषण गर्मी के चलते कोचिंग क्लासेज के सम्बन्ध में धारा-144 लागू की गई है. इसके संबंध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं.