नई दिल्ली
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गुरुवार को दावा किया कि लोगों ने इस बार जाति-धर्म से ऊपर उठकर इस बार लोकतंत्र और संविधान बचाने के लिए वोट किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर मुद्दों से गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मंहगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर जनता मोदी सरकार को हटाने जा रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने चुनाव प्रचार के अंतिम दिन आज कांग्रेस पार्टी के मुख्यालय में पत्रकार वार्ता की। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री के भाषणों और उसमें उल्लेख हुए विषयों पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने चुनाव आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए धार्मिक मुद्दों को उठाया। लेकिन हमारा दावा है कि जनता ने उन्हें इन मुद्दों पर वोट नहीं किया।
खरगे ने महात्मा गांधी को लेकर प्रधानमंत्री के बयान पर उन्हें घेरने की कोशिश की। महात्मा गांधी दुनिया में कई नेताओं के प्रेरणा स्रोत रहे हैं। यह कहना कि एक व्यक्ति फिल्म नहीं बनाता तो दुनिया को गांधी के बारे में पता नहीं चलता, गलत है।
उन्होंने प्रधानमंत्री की रैलियों की संख्या से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा कि उन्हें पता चल गया है कि इस बार उनकी सरकार नहीं बनने जा रही है। कांग्रेस नेता ने विश्वास जताया कि देश में इंडी गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। हमारी सरकार का मकसद सामाजिक सौहार्द, राष्ट्रीयता और विकास होगा।
एक जून को होने वाली विपक्षी दलों की बैठक को उन्होंने अनौपचारिक बताया। उन्होंने कहा कि बैठक का उद्देश्य केवल मतगणना के दौरान किन विषयों का ध्यान रखना है, इस पर केन्द्रित है। तृणमूल कांग्रेस की नेता ने कहा है कि उनके राज्य में मतदान है, इसलिए वे शामिल नहीं हो सकतीं।
चुनाव प्रचार के दौरान मोदी ने घटाई प्रधानमंत्री पद की गरिमा : खड़गे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे चुनाव प्रचार के दौरान खुद को महिमा मंडित किया, बेरोजगारी एवं महंगाई जैसे जनता के मुद्दों को दरकिनार किया,आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया और प्रधानमंत्री पद की गरिमा को हटाया।
खड़गे ने आज यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान जनता के मुद्दों को पीछे धकेला और सिर्फ विपक्ष पर निशाना साधकर खुद को महिमा मंडित करने का काम किया है। इस चुनाव में मोदी ने पूरी तरह से जनता को गुमराह करने का काम किया है और बेरोजगारी, महंगाई तथा दूसरे जनहित के मुद्दों को नजरअंदाज किया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का यह कहना आश्चर्य की बात है कि उन्हें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में ज्यादा जनकारी रिचर्ड एटनबरो की फ़िल्म से मिली है। खड़गे ने कहा, ‘‘ मोहनदास करमचंद गांधी को पूरी दुनिया अहिंसा के पुजारी के रूप में जानती हैं और कई देशों में उनकी प्रतिमाएं है लेकिन मोदी कहते हैं कि उन्हें राष्ट्रपिता के बारे में जानकारी इस फ़िल्म से मिली है तो यह बहुत आश्चर्यजनक है और इससे यह भी साफ होता है कि उन्हें संविधान की कोई जानकारी नहीं है।
महात्मा गांधी ने कभी नफरत की राजनीति नहीं की और किसी वर्ग के प्रति उन्हें कभी कोई नफरत नहीं रही लेकिन मोदी जो राजनीति करते हैं उसमें नफरत रहती ही है। विवेकानंद स्मारक जाने या इस तरह के काम से जानकारी नहीं मिलती है, इसके लिए पढ़ना लिखना भी पड़ता है इसलिए मोदी को राष्ट्रपिता की जीवनी जरूर पढ़नी चाहिए।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आज शाम चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा। कांग्रेस हमेशा जनता के मुद्दों पर सोचती है और उनके समाधान के लिए काम भी करती है। मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार में कांग्रेस गरीबों के लिए कई योजनाएं लाई और उन्हें क्रियान्वित भी किया। किसानों की समस्या, महंगाई और जनता से जुड़े दूसरे मुद्दों को जनता के बीच में चुनाव के दौरान उठाया और जनता ने उनका खुलकर समर्थन भी किया है।
इसके लिए कांग्रेस के नेताओं,कार्यकर्ताओं और इंडिया समूह के नेताओं ने जिस तरह से मुद्दों को उठाया है इसलिए उन्हें बधाई। उन्होंने कहा कि मोदी ने पिछली 15 दिन के दौरान कांग्रेस तथा अन्य विपक्षी दलों को बेहिसाब गालियां दी है। इस 25 दिनों के भाषण में उन्होंने 232 बार कांग्रेस का नाम लिया और खुद 700 से ज्यादा बार मोदी शब्द का इस्तेमाल किया, 421 बार मंदिर मस्जिद के बारे में बात की, 224 बार मुस्लिम और पाकिस्तान के बारे में बात की, 573 बार इंडिया समूह और विपक्षी दलों के बारे में बातें की लेकिन महंगाई तथा बेरोजगारी और जनता से जुड़े मुद्दे नहीं उठाए।
चुनाव से पहले कांग्रेस के खाते बंद कर दिए। जो पैसा पार्टी को चंदा से मिला था उस अकाउंट को बंद कर दिया ताकि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में इस पैसे का इस्तेमाल न कर सके। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मोदी सरकार ने संसद में भी मनमानी की है और विपक्षी दलों को बोलने नहीं दिया है। कांग्रेस के सांसदों को निलंबित किया है, बिना बहस के विधेयक पारित करवाए और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को पूरी तरह से ध्वस्त करके तानाशाही का परिचय दिया है।
अब मोदी ने जिस तरह से कांग्रेस के घोषणा पत्र को गलत तरीके से पेश किया है, इससे न सिर्फ आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है बल्कि उन्होंने प्रधानमंत्री पद की गरिमा को भी घटाया है। यहां तक की खुद को भगवान से बड़ा माना है और उनके नेताओं ने यह बात सार्वजनिक रूप से कही है।
इंडिया गठबंधन सरकार बनाएगी, सर्वसम्मत से प्रधानमंत्री चुना जाएगा : खडगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने विश्वास व्यक्त किया है कि 4 जून के चुनाव परिणाम में इंडिया गठबंधन की जीत हो रही है और इंडिया गठबंधन के नेता बैठकर सर्वसम्मति से प्रधानमंत्री चुनेंगे।
खडगे में गुरुवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन के दौरान सवालों का जवाब देते हुए कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि 4 जून को परिणाम इंडिया गठबंधन के पक्ष में आएंगे और देश में नई, स्थाई तथा मजबूत सरकार बनेगी और विपक्षी दलों की गठबंधन सरकार जनता के हितों के लिए काम करेगी।
एक जून को होने वाली गठबंधन के नेताओं के बैठक के एजेंडे सम्बंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि यह बैठक चुनाव परिणाम को लेकर होगी कि उस दिन किस तरह से सतर्क रहना है और किन-किन बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए तैयारी करनी है।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इसी मुद्दे पर कहा कि बैठक में 17 सी फॉर्म तथा चुनाव परिणाम के दिन की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस मामले में कांग्रेस सतर्क है और अपने सभी पोलिंग एजेंट से मतगणना के दिन फॉर्म 17 सी का डेटा मिलान के बाद ही मतगणना शुरू करवाने के लिए कह दिया है। गठबंधन के नेताओं के साथ इसी बारे में 1 जून को विचार किया जाना है।