उत्तर प्रदेश
भीषण गर्मी के चलते इन दिनों पूरा उत्तर भारत बिल बिला उठा है। मानसून के इंतजार में बैठे लोग गर्मी से परेशान हो चुके हैं। मौसम विभाग ने दो जून तक और गर्मी पड़ने की आशंका जताई है। हालांकि गर्मी को लेकर जो रेड अलर्ट था वह हट गया है। लगातार पड़ रही चिलचिलाती गर्मी के बीच एक राहत देने वाली भी खबर सामने आई है। नौ दिन पहले मौसम विभाग ने जो भविष्यवाणी की थी वह सच हो गई। यूपी के शाहजहांपुर और आगरा में शाम को आंधी के साथ जोरदार बारिश हुई। इससे लोगों को कुछ देर गर्मी से बड़ी राहत मिली है।
गुरुवार दोपहर को शाहजहांपुर में लोग गर्मी से बिलबिला उठा रहे थे। दोपहर तक सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ था। शाम को अचानक से शहर का मौसम बदल गया। तेज धूप के बीच एकदम से पूरा शहर अधेरे में तब्दील हो गया। देखते ही देखते तेज हवाएं चलनी शुरू हो गईं, इसके बाद बारिश होने लगी। बारिश के बाद शाहजहांपुर का तापमान अचानक से गिर गया और दिन का पारा 43.6 पर जाकर समिट गया। तूफान जैसी चल रही हवाओं से लोगों को गर्मी से राहत मिली है। तेज हवाओं के चलते कई लागों के टिनशेड उड़ गए। कुछ जगहों पर पेड़ भी उखड़ गए। हवा इतनी तेज थी कि बिजली के खंभे भी टूट गए। दोपहर तक रोडवेज बस स्टेंड पर भीषण गर्मी के कारण सन्नाटा फैला हुआ था, लेकिन शाम पांच बजे के करीब शहर का मौसम अचानक बिगड़ गया और मौसम खुशनुमा हो गया।
डॉ. मनमोहन सिंह ने बताया था कि 29 मई को आंधी और बारिश की हो सकती है। इस वजह से अधिकतम तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट आ सकती है, लेकिन रात की उमसभरी गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं है। मौसम वैज्ञानिक ने 30 मई को भी बूंदाबांदी के आसार बने रहने की आशंका जताई थी जो सच साबित हो गई। वहीं दूसरी ओर आगरा में भी अचानक से मौसम बदला। दोपहर बाद शुरू हुई तेज आंधी के साथ झमाझम बारिश शुरू हो गई। तेज बारिश के कारण कई जगह पेड़ गिरे तो कुछ जगह टीनशेड उड़ गए। बारिश से तापमान में गिरावट के बाद लोगों ने गर्मी से राहत की सांस ली। झमाझम बारिश से आगरा का मौसम सुहाना हो गया। वहीं बारिश थमने के बाद एमजी रोड पर लोग जाम के झाम में फंस गए।