नई दिल्ली
देश के विभिन्न हिस्सों में पड़ रही भीषण गर्मी की वजह से बिजली की अधिकतम मांग रिकॉर्ड 246.06 गीगावाट पर पहुंच गई है। बिजली मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
गर्मी से राहत के लिए घरों एवं दफ्तरों में एयर कंडीशनर और कूलर का इस्तेमाल बढ़ने से बिजली की खपत बढ़ रही है।
बिजली मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, बिजली की अधिकतम मांग या दिन में सबसे अधिक आपूर्ति बुधवार को 246.06 गीगावाट (एक गीगावाट बराबर 1,000 मेगावाट) दर्ज की गई, जो इस साल गर्मी के मौसम में सबसे अधिक है।
इससे पहले मंगलवार को बिजली की अधिकतम मांग इस सत्र में 237.94 गीगावाट के उच्चस्तर पर पहुंच गई थी।
अबतक का सर्वाधिक बिजली खपत रिकॉर्ड सितंबर, 2023 में 243.27 गीगावाट का था।
मौजूदा गर्मी के मौसम में सर्वाधिक मांग इस साल 24 मई को 239.96 गीगावाट दर्ज की गई थी।
बिजली मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 23 मई को अधिकतम मांग 236.59 गीगावाट थी, जबकि 22 मई को यह 235.06 गीगावाट थी।
दिल्ली में बृहस्पतिवार को न्यूनतम तापमान 30.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दिन में बाद में हल्की बारिश और धूल भरी आंधी का अनुमान जताया है।
दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला में बुधवार को अधिकतम तापमान 46.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो 79 वर्षों में सबसे अधिक है।
इससे पहले, यह 17 जून, 1945 को 46.7 डिग्री सेल्सियस था।
बिजली मंत्रालय ने इस महीने की शुरुआत में मई के लिए दिन के समय 235 गीगावाट और शाम के समय 225 गीगावाट की बिजली मांग रहने का अनुमान जताया था। वहीं, जून के महीने में बिजली की खपत दिन में 240 गीगावाट और शाम के समय 235 गीगावाट रहने का अनुमान है।
मंत्रालय ने इस साल गर्मी में बिजली की अधिकतम मांग 260 गीगावाट तक पहुंचने का अनुमान जताया है।
उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि बिजली की मांग सितंबर, 2023 में दर्ज 243.27 गीगावाट के सर्वकालिक उच्चस्तर को पार करने की दिशा में जा सकती है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने इस साल मार्च में अनुमान जताया था कि भारत में इस साल अधिक गर्मी और अधिक लू वाले दिन देखने को मिलेंगे। इसके लिए जिम्मेदार अल नीनो की स्थिति मई तक जारी रहने का अनुमान जताया गया था।