म्यूनिख
भारतीय निशानेबाज पेरिस ओलंपिक से पहले शनिवार से यहां शुरू होने वाले आईएसएसएफ विश्व कप (पिस्टल/राइफल) में अपनी तैयारियों को पुख्ता अंजाम देने की कोशिश करेंगे। भारत के कई निशानेबाजों ने हाल में नई दिल्ली और भोपाल में लगभग एक महीने तक चले ट्रायल्स में भाग लिया था और वे ओलंपिक की तैयारी करने के लिए इस विश्व कप में नहीं खेलना चाहते थे।
लेकिन भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ ने विश्व कप में भाग लेना अनिवार्य कर दिया है और ऐसे में पिस्टल और राइफल निशानेबाज इस प्रतियोगिता में ओलंपिक के लिए अपनी तैयारी को परखना चाहेंगे। ऐसे समय में जबकि कई अन्य देशों ने पेरिस ओलंपिक के लिए अपनी टीम घोषित कर दी है तब भारत अभी तक अपनी टीम की घोषणा नहीं कर पाया है।
यह वास्तव में अजीबो गरीब है क्योंकि निशानेबाजों को लय हासिल करने में समय लगता है। इनमें उपकरणों से सामंजस्य बिठाना भी शामिल है और किसी भी निशानेबाज के लिए ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप से पहले इस तरह की तैयारी करना महत्वपूर्ण होता है।
विश्व कप से हालांकि भारतीय निशानेबाजों को ओलंपिक से पहले अपने उपकरणों को जांचने और रखने का अवसर मिलेगा। विश्व कप की शुरुआत पुरुष और महिला वर्ग में 10 मीटर एयर राइफल से होगी। इसमें दोनों वर्ग के फाइनल सोमवार को होंगे। पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में संदीप सिंह, अर्जुन बाबूता और रुद्राक्ष पाटिल, जबकि महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में इलावेनिल वलारिवन, रमिता और तिलोत्तमा सेन प्रतिस्पर्धा करेंगी।