लखनऊ
लोकसभा चुनाव में शनिवार को सातवें और आखिरी चरण का मतदान है. इससे पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने कार्यकर्ताओं और उम्मीदवारों के लिए एक संदेश जारी किया है. इसमें उन्होंने खासकर समर्थकों को सतर्क रहने के लिए कहा है. अखिलेश ने कहा कि वोटिंग के दौरान और वोटिंग के बाद भी सजग और सावधान रहने की जरूरत है. कल शाम वोटिंग होते ही भाजपा लगभग 300 सीटों के आसपास बढ़त मिलने की बात कहना शुरू कर देगी.
लोकसभा सीट में यूपी में सात चरणों में मतदान रहा है. शनिवार को आखिरी चरण में वाराणसी, गाजीपुर समेत 13 सीटों पर मतदान होना है. अब तक 63 सीटों पर वोटिंग हो गई है. 4 जून को चुनाव के नतीजे आएंगे. यूपी में इंडिया ब्लॉक में सहयोगी सपा और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं. जबकि एनडीए में बीजेपी, अपना दल (एस), सुभासपा शामिल है. बसपा अकेले चुनावी मैदान में है.
''प्रिय कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और प्रत्याशियों,
मैं आज आपसे एक बेहद जरूरी अपील कर रहा हूं. आप सब कल वोटिंग के दौरान भी और वोटिंग के बाद के दिनों में भी मतगणना खत्म होने और जीत का सर्टिफिकेट मिलने तक पूरी तरह से सजग, सतर्क, सचेत और सावधान रहिएगा और किसी भी प्रकार के भाजपाई बहकावे में ना आइएगा.''
''दरअसल ये अपील हम इसलिए कर रहे हैं क्योंकि भाजपावालों ने ये योजना बनाई है कि कल शाम को चुनाव खत्म होते ही वो अपनी ‘मीडिया मंडली’ से विभिन्न चैनलों पर ये कहलवाना शुरू करेंगे कि भाजपा को लगभग 300 सीटों के आसपास बढ़त मिली हुई है, जो कि पूरी तरह से झूठ है. ऐसे में आपके मन में ये सवाल उठेगा कि भाजपा को इस दो-तीन दिन का झूठ बोलने से क्या मिलेगा, जबकि ‘इंडिया गठबंधन’ की सरकार बनने जा रही है. इसके जवाब में हम आपको बता दें कि ऐसा झूठ फैलाकर भाजपा वाले आप सबका मनोबल गिराना चाहते हैं, जिससे आपका उत्साह कम हो जाए और आप लोग मतगणना के दिन सावधान और सक्रिय ना रहें, जिसका फायदा उठाते हुए भाजपा कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से मतगणना में धांधली कर सके.''
''ध्यान रहे जो भाजपाई चंडीगढ़ के मेयर के चुनाव में कोर्ट द्वारा लगवाए गये कैमरों के सामने धांधली करने का बेशर्म दुस्साहस कर सकते हैं, वो चुनाव जीतने के लिए कोई भी घपला-घोटाला करने के लिए उतारू हो सकते हैं, इसीलिए ये सजगता जरूरी है.''
''इसीलिए आप लोगों से ये विशेष अपील है कि आप लोग किसी भी भाजपाई ‘एक्जिट पोल’ के बहकावे में नहीं आएं और पूरी तरह से चौकन्ना रहते हुए अपना आत्मविश्वास बनाए रखते हुए डटे रहें और जीत के अपने मूल-मंत्र ‘मतदान भी सावधान भी’ को याद रखते हुए, जीत का प्रमाण-पत्र लेकर ही संविधान, लोकतंत्र और देश की जनता की जीत का उत्सव मनाएं.''