मुंबई
सभी क्षेत्रों में कंपनियों में नेतृत्व वाली भूमिकाओं के लिए महिलाओं की नियुक्तियां 2024 की शुरुआत में बढ़कर 23.2 प्रतिशत हो गई हैं। जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, हालांकि नियोक्ता अब भी शीर्ष प्रबंधन में लैंगिक समानता हासिल नहीं कर पाए हैं।
पेशेवर नेटवर्किंग मंच ‘लिंक्डइन’ और सार्वजनिक नीति परामर्श फर्म क्वॉन्टम हब की संयुक्त रिपोर्ट – ‘कॉरपोरेट इंडिया में नेतृत्व में महिलाएं’ के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों में नेतृत्वकारी भूमिकाओं के लिए महिलाओं की नियुक्तियों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। नेतृत्व वाली भूमिकाओं के लिए महिलाओं की नियुक्तियां 2016 में 18.8 प्रतिशत से बढ़कर 2021 में 25.2 प्रतिशत के शीर्ष स्तर तक पहुंच चुकी हैं। …और 2024 की शुरुआत में यह 23.2 प्रतिशत हो गई है।
रिपोर्ट में लिंक्डइन के आर्थिक ग्राफ आंकड़ों से प्राप्त जानकारी का उपयोग किया गया है, जो मंच पर विभिन्न क्षेत्रों से उपलब्ध डेटा पर आधारित है।
लिंक्डइन के आर्थिक ग्राफ आंकड़ों से पता चलता है कि कार्यबल में महिला कर्मचारियों की कुल संख्या में वृद्धि हुई है। यह 2016 में 23.9 प्रतिशत से बढ़कर 2024 में 26.8 प्रतिशत हो गई है।
वरिष्ठ नेतृत्व वाली भूमिकाओं में महिलाओं का प्रतिशत 2016 के 16.6 प्रतिशत से बढ़कर 2023 में 18.7 प्रतिशत हो गया, लेकिन 2024 में यह थोड़ा कम होकर 18.3 प्रतिशत हो गया है। हालांकि, यह वर्ष के अंत तक ठीक हो सकता है।
वित्त वर्ष 2023-24 में एफडीआई प्रवाह तीन प्रतिशत घटकर 44 अरब डॉलर
भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) इक्विटी प्रवाह 2023-24 में 3.49 प्रतिशत घटकर 44.42 अरब डॉलर रह गया। सेवा, कंप्यूटर हार्डवेयर व सॉफ्टवेयर, दूरसंचार, मोटर वाहन और औषधि जैसे क्षेत्रों में कम निवेश के कारण यह गिरावट आई है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2022-23 में एफडीआई प्रवाह 46.03 अरब अमेरिकी डॉलर था।
हालांकि, वित्त वर्ष 2023-24 की जनवरी-मार्च तिमाही में प्रवाह 33.4 प्रतिशत बढ़कर 12.38 अरब अमरीकी डॉलर हो गया। 2022-23 की इसी तिमाही में यह 9.28 अरब अमरीकी डॉलर था।
उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के आंकड़ों के अनुसार, कुल एफडीआई 2023-24 में मामूली रूप से एक प्रतिशत घटकर 70.95 अरब अमरीकी डॉलर रहा, जबकि 2022-23 में यह 71.35 अरब अमरीकी डॉलर था।
कुल एफडीआई में इक्विटी प्रवाह, पुनर्निवेशित आय और अन्य पूंजी शामिल है।
एफडीआई प्रवाह वित्त वर्ष 2021-22 में सर्वाधिक 84.83 अरब अमरीकी डॉलर था।
वित्त वर्ष 2023-24 में मॉरीशस, सिंगापुर, अमेरिका, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात, केमैन द्वीप, जर्मनी और साइप्रस सहित प्रमुख देशों से एफडीआई इक्विटी प्रवाह में कमी आई। हालांकि, नीदरलैंड और जापान से निवेश में वृद्धि हुई है।