वॉशिंगटन
अमेरिका में चुनाव होने वाले हैं और उससे पहले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें बढ़ गई हैं। न्यूयॉर्क की एक जूरी ने गुरुवार को ट्रंप को गुप्त धन मामले के सभी आरोपों में दोषी ठहराया। ट्रंप एक बार फिर राष्ट्रपति बनने का ख्वाब देख रहे हैं। उन्हें चुनाव से लगभग पांच महीने पहले दोषी ठहराया गया है। जिस मामले में ट्रंप को दोषी ठहराया गया है उसमें उन पर एडल्ट स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को चुप कराने के लिए गुप्त तरीके से धन देने का आरोप है। इसके लिए उन्होंने अपने व्यावसायिक रेकॉर्ड में हेराफेरी की। 34 आरोपों में प्रत्येक में वह दोषी पाए गए।
ट्रंप को पहले बिना जमानत जेल से रिहा कर दिया गया था। उनका अपील करना तय माना जा रहा है। मैनहट्टन की अदालत में वह फैसले के दौरान कंधे झुकाए बैठे रहे। हालांकि कुछ मिनट बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने फैसले को अपमानजनक और धांधली करार दिया। इसके अलावा कसम खाई कि 'असली फैसला' 5 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव में मतदाता करेंगे। यह सजा अमेरिका की राजनीति को बदलने वाली है। ट्रंप को यह फैसला चुनाव लड़ने से नहीं रोक सकता। अगर उन्हें जेल की सजा होती है तो भी वह चुनाव लड़ सकते हैं।
बाइडेन के प्रचार अभियान का हमला
इस मामले में सजा 11 जुलाई को सुनाई जाएगी। फैसला मिल्वौकी में रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन से ठीक पहले आएगा, जहां ट्रंप को चुनाव में राष्ट्रपति बाइडेन के खिलाफ मैदान में उतरने के लिए औपचारिक नामांकन प्राप्त होना है। इस फैसले के बाद अब बाइडेन हमलावर हो गए हैं। बाइडेन के अभियान ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि ट्रायल ने दिखा दिया कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है। इसके अलावा कहा गया कि ट्रंप ने हमारे लोकतंत्र के लिए जो खतरा पैदा किया वह पहले कभी इतना बड़ा नहीं था।
जूरी की पहचान रखी गई सीक्रेट
ट्रंप को लेकर 12 सदस्यीय जूरी ने कुछ ही मिनटों में सर्वसम्मत निष्कर्ष से फैसला सुनाया। लेकिन इससे पहले सदस्यों ने दो दिनों में 11 घंटे से ज्यादा समय तक विचार विमर्श किया। पूरी कार्यवाही के दौरान उनकी पहचान गुप्त रखी गई थी, जो कि दुर्लभ है। ऐसा माफिया या हिंसा से जुड़े अन्य मामलों की सुनवाई में किया जाता है। ट्रंप ने 2016 के चुनाव की पूर्व संध्या पर 130,000 डॉलर डेनियल्स को दिया था। डेनियल्स के साथ उन्होंने यौन संबंध बनाए थे। यह रकम उसे चुप रहने के लिए दी गई थी, ताकि उनका चुनाव अभियान प्रभावित न हो।
ट्रम्प ने सजा सुनाए जाने के वक्त आंखे बंद की
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक ट्रम्प को सजा सुनाने के वक्त कोर्ट रूम का माहौल काफी संजीदा था। ज्यूरी को फैसला सुनाने के लिए कोर्टरूम के ज्यूरी बॉक्स में बुलाया गया। 7 महीनों में चुपचाप केस को सुन रहे ज्यूर्रस को से पूछा गया कि वो किस नतीजे पर पहुंचे हैं।
इसके बाद एक ज्यूरर ने माइक्रोफोन में कहा, 'दोषी'। ये सुनते ही पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपनी आंखे बंद की और ना में सिर हिलाया । ट्रम्प के दोषी पाए जाने का फैसला 2 मिनट तक सुनाया गया।
ट्रम्प पर कौन से 34 आरोप लगे हैं?
- ट्रम्प पर गलत बिजनेस रिकॉर्ड दिखाने के मामले में 34 चार्ज लगाए गए हैं। ये सभी चार्ज 2016 के राष्ट्रपति चुनाव से पहले पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को चुप रहने के लिए 1 लाख 30 हजार डॉलर करीब 1 करोड़ 7 लाख रुपए देने से जुड़े हैं।
- 11 चार्ज चेक साइन करने से जुड़े हैं। अन्य 11 चार्ज कोहेन के कंपनी में जमा किए गए गलत इनवॉइस से जुड़े हैं और बाकी बचे 12 चार्ज रिकॉर्ड्स में गलत जानकारी देने से जुड़े हैं।
- ट्रम्प के वकील माइकल कोहेन ने आरोप लगाया था कि उन्होंने ट्रम्प के कहने पर अपने पास से स्टॉर्मी को पैसे दिए थे, जिससे वो 2016 के चुनाव से पहले ट्रम्प के साथ अफेयर को लेकर कुछ न बोलें।
- आरोप है कि ट्रम्प ने राष्ट्रपति बनने के बाद कोहेन को पैसे वापस लौटाए। इसके लिए उन्होंने 10 महीने तक कोहेन को कई चेक दिए। उन्होंने रिकॉर्ड में इसे लीगल फीस दिखाया, जो असल में एक अपराध छिपाने के लिए किया गया पेमेंट था।
- आरोपों से जुड़े दस्तावेज में कहा गया है कि ट्रम्प ने लगातार न्यूयॉर्क बिजनेस रिकॉर्ड में गलत जानकारी दी, जिससे वो अपने अपराध को छिपा सकें और उन्हें चुनाव में फायदा हो।
- 5 अप्रैल 2023 को ट्रम्प पर मैनहैटन की कोर्ट में 34 आरोप तय किए थे।
5 पॉइंट में समझिए पाेर्न स्टार को पैसे देने का पूरा मामला
1. पोर्न स्टार को पैसे देकर चुप कराने का मामला 2006 का है। तब डोनाल्ड ट्रम्प एक रियल एस्टेट कारोबारी थेे। पाेर्न स्टार स्टार्मी डेनियल्स तब 27 साल की थीं और ट्रम्प 60 साल के। जुलाई 2006 में एक गोल्फ टूर्नामेंट के दौरान दोनों की मुलाकात हुई थी।
2. स्टॉर्मी ने अपनी किताब 'फुल डिस्क्लोजर' में इस मुलाकात का जिक्र किया है। उन्होंने बताया कि जब ट्रम्प से उनकी मुलाकात हुई, तब उनकी तीसरी पत्नी मेलेनिया ने बेटे बैरन को जन्म दिया था। बैरन को जन्म लिए महज 4 महीने ही हुए थे।
3. अपनी किताब में स्टॉर्मी ने बताया कि ट्रम्प के बॉडीगार्ड्स ने उन्हें एक नए स्टार के पेंटहाउस में डिनर के लिए बुलाया था। किताब में उन्होंने ट्रम्प के साथ बने संबंधों और उनकी शारीरिक बनावट का भी जिक्र किया था। इसके बाद दोनों के बीच अफेयर शुरू हो गया था।
4. आरोप हैं कि 2016 में राष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले ट्रम्प ने स्टॉर्मी को चुप रहने के लिए पैसे दिए थे। ट्रम्प के वकील ने भी इस बात को स्वीकार किया था कि उसने ट्रम्प की तरफ से पोर्न स्टार को 1 लाख 30 हजार डॉलर (करीब 1 करोड़ 7 लाख रुपए) दिए थे।
5. ट्रम्प की ओर से पोर्न स्टार को दिए गए पेमेंट का खुलासा जनवरी 2018 में वाल स्ट्रीट जर्नल ने किया था। इसी के आधार पर ट्रम्प के खिलाफ क्रिमिनल केस चलाने का फैसला किया गया। वे अमेरिका के पहले ऐसे राष्ट्रपति हैं जिनपर आपराधिक मुकदमा चलने वाला है।
ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने की कितनी संभावना है?
अप्रैल के पहले हफ्ते में एमर्सन कॉलेज के पोल के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए 43% लोग डॉनल्ड ट्रम्प को पसंद करते है। वहीं, 42% लोग जो बाइडेन को पसंद करते हैं।
क्या दोषी करार होने के बाद भी चुनाव लड़ सकते हैं ट्रम्प?
एक सदी पहले 'यूजीन वी डेब्स' एकलौते ऐसे नेता रहे हैं जिन्होंने जेल में रहकर राष्ट्रपति बनने के लिए कैंपेन चलाया था। तब अब तक कोई ऐसा मामला सामने नहीं आया है जिसमें कोई दोषी करार शख्स चुनाव लड़ रहा हो। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक डोनाल्ड ट्रम्प अभी भी चुनाव लड़ सकते हैं और जीते तो राष्ट्रपति भी बन सकते हैं।
किसी शख्स के राष्ट्रपति बनने के लिए अमेरिकी संविधान में बहुत मामूली योगयताओं का जिक्र है। जैसे 35 साल की उम्र का होना, अमेरिका में ही जन्म लेना या कोई ऐसा जो 14 साल से अमेरिका में रह रहा हो। संविधान में राष्ट्रपति बनने के लिए कैरेक्टर और क्रिमिनल रिकॉर्ड की कोई पाबंदी नहीं है।
ट्रम्प को क्या सजा मिलेगी?
ट्रम्प की सजा पर 11 जुलाई को सुनवाई होगी। हालांकि, ट्रम्प के वकीलों ने ट्रायल को गलत बताया है और कहा है कि वो इसके खिलाफ उच्च अदालत में अपील करेंगे। BBC के मुताबिक ट्रम्प को जेल हो सकती है। वहीं, कुछ लीगल एक्सपर्ट्स का मानना है कि उन्हें जुर्माना भरवाकर छोड़ा जा सकता है।
ट्रम्प को दोषी साबित करने में अहम भूमिका निभाने वाले किरदार
प्रोसीक्यूटर – एल्विन ब्रैग
प्रोसीक्यूटर सरकारी वकील होता है, जो सरकार की तरफ से केस को पेश करता है।
प्रोसीक्यूटर की जिम्मेदारी होती है कि वो संदिग्ध अपराधी के खिलाफ (जो इस केस में ट्रम्प थे) आरोप तय करें। जब केस कोर्ट पहुंचता है तो प्रोसीक्यूटर को आरोपों के पक्ष में बहस कर ये साबित करना पड़ता है कि क्राइम हुआ है। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक इस केस के चलते एल्विन ब्रैग की सरकारी वकील के तौर पर साख दांव पर लगी थी। कुछ लोग इसे जॉम्बी यानी मरा हुआ केस मान रहे थे।
केस को नतीजे तक पहुंचा कर एल्विन ने अमेरिकी इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया है। वो पहले प्रोसीक्यूटर हैं जिनकी दलीलों से कोई अमेरिकी राष्ट्रपति दोषी साबित हुआ है। सुनवाई के बाद ब्रैग ने कहा, 'मैनें सिर्फ अपना काम किया है।'
ज्यूरर्स- चुने हुए नागरिक जो आरोपी के दोष का आंकलन करते हैं
अमेरिका में आपराधिक मामलों में कोर्ट 12 ज्यूरर को चुनती हैं। ये रैंडमली चुने हुए नागरिक होते हैं। ये लोग ट्रायल के दौरान प्रोसीक्यूटर और आरोपी पक्ष की तरफ से पेश किए सबूतों को सुनते हैं और तय करते हैं कि केस में आगे क्या होना चाहिए। ट्रम्प के केस की सुनवाई से पहले 300 लोगों में से 12 लोग चुने गए थे। इनमें 5 महिलाएं और 7 पुरुष थे।
ज्यूरर्स फैसले से पहले केस को लेकर कोई बात नहीं कर सकते। हालांकि, अब फैसला सुनाने वाले जज जस्टिस मेर्कन ने कहा है कि ज्यूर्रस ये केस डिस्कस करने के लिए आजाद हैं। इसके बावजूद अब तक किसी ने मीडिया से बात नहीं की है।