नई दिल्ली
स्पेसएक्स की मदद से आसानी से लोग भविष्य में चंद्रमा और मंगल की यात्रा कर पाएंगे। कंपनी के सीईओ एलन मस्क की ओर से शनिवार को ये बयान दिया गया है।
मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि समय के साथ स्पेस एक्स ऐसी क्षमता विकसित कर लेगा जिसकी मदद से आसानी से कोई भी व्यक्ति मंगल और चंद्रमा की यात्रा कर सकता है।
टेक कारोबारी की ओर से आगे कहा गया कि इस वर्ष मुझे उम्मीद है कि स्पेसएक्स पृथ्वी के पूरे पेलोड का 90 प्रतिशत लो-अर्थ ऑर्बिट में ले जाएगा।
मौजूदा समय में स्पेसएक्स के रॉकेट फाल्कन को करीब 80 प्रतिशत तक दोबारा से उपयोग किया जा सकता है। कंपनी के सबसे बड़े रॉकेट 'स्टारशिप' को दोबारा से 100 प्रतिशत उपयोग किया जा सकता है।
उनकी ओर से आगे कहा गया कि 2026 में आर्टेमिस 3 मिशन के तहत स्टारशिप से अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर भेजा जाएगा।
इस स्पेस वाहन की अभी तक तीन से ज्यादा टेस्ट फ्लाइट हो चुकी है और चौथी भी जल्दी होने की संभावना है।
कंपनी का कहना है कि जैसे ही नियामकों से अनुमति मिल जाती है। 5 जून को हम चौथी टेस्ट फ्लाइट को लॉन्च कर देंगे।
स्टारशिप की तीसरी टेस्ट फ्लाइट से दोबारा इस्तेमाल हो सकने वाले रॉकेट को लेकर विश्वसनीयता काफी बढ़ी है।
कंपनी ने आगे बताया कि चौथी टेस्ट फ्लाइट में हमारा फोकस ऑर्बिट में जाकर वापस आने से हटकर स्टारशिप और सुपर हेवी को वापस लौटने और दोबारा उपयोग करने की क्षमता का प्रदर्शन करने पर होगा।
आगे बताया कि इसका प्राथमिक उद्देश्य सुपर हैवी बूस्टर के साथ मैक्सिको की खाड़ी में लैंडिंग बर्न और सॉफ्ट स्प्लेशडाउन करना है और स्टारशिप की नियंत्रित एंट्री हासिल करना है।
बता दें, मस्क की सैटेलाइट आधारित इंटरनेट सेवा स्टारलिंक 99 देशों में पहुंच चुकी है और 30 लाख से ज्यादा लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।
हाल ही में स्टार लिंक की सर्विस को इंडोनेशिया और फिजी में लॉन्च किया गया है।