वाशिंगटन।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप देश के पहले ऐसे राष्ट्रपति बन गए हैं जिन्हें किसी मुकदमे में दोषी ठहराया गया है। विशेषज्ञों की मानें तो वह इस मुकदमे में पूरी तरह राहत पा सकते थे, शायद केस भी जीत सकते थे। लेकिन उन्होंने और उनके वकीलों ने मुकदमे के दौरान छह गलतियों से कोई परहेज तक नहीं किया।
ट्रंप ने की जज की बेइज्जती
ट्रंप ने जज का अनादर किया। उनकी टीम ने बार-बार जज को नाराज करने की गलती की। उन्होंने 10 बार अदालत की अवमानना की। इसके लिए वह लगभग जेल जाते-जाते बचे थे। उनके वकीलों ने कई तुच्छ और दोहरे प्रस्ताव पेश किए। इससे उनके केस और खुद की प्रतिष्ठा को कोई फायदा नहीं पहुंचा। जाहिर है कि मुवक्किल (ट्रंप) ने ही इस पर जोर दिया होगा।
कोर्ट में लेते रहे झपकी
ट्रंप अपने मुकदमे में अधिकांश वक्त में झपकी लेते दिखे। ज्यूरी सदस्यों को उनके कभी-कभी सोने से परेशानी नहीं थी। लेकिन कोर्ट रूम में मॉनिटर पर (जिस पर ट्रंप को सामने से दिखाया गया) उनकी आंखें हर दिन और गवाही के बड़े हिस्से में बंद दिखी थीं।
गवाह पेश करने का फैसला
बचाव पक्ष किसी भी गवाह को न बुलाए जाने का विकल्प चुन सकता था। इसके बजाय बचाव पक्ष ने मुकदमे में अब तक के सबसे खराब और कम विश्वसनीय गवाह गुंडे रॉबर्ट कॉस्टेलो को बुलाया।
बचाव पक्ष से जिरह में चूक
बचाव पक्ष ने स्टॉर्मी डेनियल्स से जिरह में चूक की। उनकी वकील सुसान नेशेल्स के लिए यह साबित करना मुश्किल था कि डेनियल्स ट्रंप के साथ यौन संबंध के बारे में झूठ बोल रही थीं। हालांकि, वह साफ तौर से झूठ नहीं बोल रही थीं। लेकिन नेशेल्स ने डेनियल्स को उनके करियर विकल्पों के लिए शर्मिंदा करने, डेनियल्स को गलत साबित करने के लिए उनके खिलाफ सुबूत होने का बहाना किया।
तर्क छोड़ना
बचाव पक्ष के मुख्य वकील टॉड ब्लैंच ने माइकल कोहेन के विरुद्ध अच्छे तर्क छोड़ दिए। ब्लैंच, कोहेन के सभी झूठों की सूची बनाने में ही उत्सुक बने रहे।
एक्सेस हॉलीवुड टेप पर झूठ
बचाव पक्ष के वकील टॉड ब्लैंच जिरह के दौरान एक्सेस हॉलीवुज टेप पर झूठ बोला। उन्होंने कहा कि राजनेताओं एक्सेस हॉलीवुड टेप को नकारात्मक कहा है। कुछ भी सत नहीं है। ज्यूरी ने इस टेप को लेकर बहुत सारी गवाहियां सुनी थी। ट्रंप गलत साबित हुए।