नई दिल्ली
विभिन्न दलों के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात की और कहा कि डाक मतपत्र चुनाव परिणाम में अहम भूमिका निभाते रहे हैं इसलिए पोस्टल बैलट की गणना पहले की जानी जरूरी है। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने चुनाव आयोग से प्रतिनिधि मंडल की मुलाकात के बाद यहां निर्वाचन सदन के बाहर मौजूद पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव में पोस्टल बैलट की अहम भूमिका होती है जो चुनाव परिणामों को इधर से उधर कर सकते हैं। इससे पहले 2019 में आयोग से आग्रह किया गया था कि पोस्टल बैलेट की गिनती पूरी होने से पहले मतपत्रों की गणना का काम खत्म नहीं किया जा सकता है और तब तक चुनाव परिणाम की घोषणा नहीं की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने 2019 के दिशानिर्देशों को बदला है जबकि नियम के अनुसार गाइडलाइन देकर आयोग नियमों को बदल नहीं सकता है। उनका कहना था कि कई बार पोस्टल बैलट के आधार पर भी चुनाव परिणाम बदले हैं इसलिए यह प्रावधान बनाया गया था। कानून के तहत आयोग दिशा निर्देश जारी करके नियम नहीं बदल सकता है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल इससे पहले भी आयोग से इस बारे में दो बार मिल चुका है और आज वह इन मुद्दे पर तीसरी बार आयोग से मिला है।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि मतगणना के दिन मतगणना अधिकारी से जब पहले पोस्टल बैलट पेपर की गणना की बात की जाती है तो उनका कहना होता है कि इस बारे में आयोग से आदेश लेकर के आएं जो मतगणना के दिन संभव नहीं होता है इसलिए हमने आज आयोग से मुलाकात कर यह अनुरोध किया है।