इंदौर
मध्य प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, खरगोन और खंडवा लोकसभा सीट भी शामिल हैं। इन सीटों पर मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच रहा। इंदौर सीट उस समय देशभर में चर्चा का विषय बनी थी, जब कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने नाम वापस लेने की तारीख निकलने के बाद भाजपा का दामन थाम लिया था। इस तरह इस सीट पर कांग्रेस की चुनौती खत्म हो गई थी।
शंकर लालवानी भाजपा 375796
संजय सोलंकी बसपा 15723
अभय जैन निर्दलीय 2148
नोटा 61850
इंदौर से शंकर लालवानी आगे, बसपा से संजय सोलंकी पीछे
इंदौर शंकर लालवानी दस राउंड के बाद 400892 बसपा के संजय सोलंकी 17095, नोटा 69042
देवास-शाजापुर लोकसभा
भाजपा :
महेन्द्र सिंह सोलंकी
293925
कांग्रेस :
राजेंद्र राधाकिशन मालवीय
165501
नोटा:
3295
128424 मतों से भाजपा के महेंद्र सिंह सोलंकी आगे
इंदौर में 59 हजार वोटों के साथ नोटा का नया कीर्तिमान
स्वच्छता के मामले में देश में नंबर वन रहने वाले इंदौर ने एक और कीर्तिमान बना दिया है। लोकसभा चुनाव में अब तक सबसे ज्यादा NOTA पर मतों में इंदौर ने यह नया रिकॉर्ड बनाया। अब तक नोटा को 59463 मत मिले हैं। मालूम हो कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में बिहार का गोपालगंज 51,660 वोट के साथ नोटा वोट में सबसे अव्वल रहा था।
इंदौर ने इस बार देश में सबसे अधिक नोटा का रिकार्ड बना दिया है। नोटा को 60 हजार वोट मिल चुके हैं। अभी देश में सबसे ज्यादा नोटा का रिकॉर्ड फिलहाल बिहार के गोपालगंज के नाम है। वर्ष 2019 के चुनाव में यहां 51,660 नोटा पड़े थे। इंदौर इस मामले में इस बार रिकॉर्ड बना सकता है।
भाजपा कार्यालय को सजाया गया
मतगणना स्थल नेहरू स्टेडियम के ठीक सामने ही भाजपा कार्यालय बना हुआ है। भाजपा कार्यालय को भगवा रंग से सजाया गया है। भाजपा के नेता और कार्यकर्ता भी यहां पर जुटने लगे हैं। इंदौर में कांग्रेस का कोई प्रत्याशी मैदान में नहीं है इसलिए भाजपा को यहां देश में सबसे बड़ी जीत की उम्मीद है।
सबसे पहले खुलेंगे डाक मतपत्र
सुबह आठ बजे डाक मतपत्रों की गिनती शुरू हो जाएगी। इसके बाद ईवीएम की बारी आएगी। नेहरू स्टेडियम में मतगणना चल रही है। इसके लिए प्रशासन के द्वारा लगभग 700 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों की जिम्मेदारी दी गई है। मतगणना के लिए विधानसभा वार कुल 169 टेबल लगाई गई हैं। इन टेबल पर कुल 146 राउंड में मतगणना पूरी होगी। मतगणना स्थल नेहरू स्टेडियम में व्यापक व्यवस्थाएं की गई है। गर्मी को देखते हुए प्रत्येक मतगणना कक्ष में एसी, कूलर, पंखे, मेडिकल कीट आदि की व्यवस्था रहेगी। साथ ही मतगणना स्थल पर एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड आदि जरूरी व्यवस्थाएं भी की गई हैं।
कांग्रेस ने कहा नोटा को मिलेंगे रिकार्ड वोट
लोकसभा चुनाव परिणाम से ठीक एक दिन पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है कि नोटा यहां पर रिकार्ड बनाएगा। भाजपा ने जिस तरह से कांग्रेस प्रत्याशी को चुना से बाहर करवाया है उसका परिणाम जनता के क्रोध के रूप में भुगतना पड़ेगा।
भाजपा यहां से रिकार्ड जीत बना सकती है
माना जा रहा है कि भाजपा यहां से रिकार्ड जीत बना सकती है। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा के शंकर लालवानी पांच लाख 47 हजार वोट के अंतर से जीते थे। इस बार कांग्रेस प्रत्याशी के मैदान में नहीं होने से उम्मीद की जा रही है कि भाजपा यहां दस लाख से अधिक वोट से जीतेगी।
दावे से बड़ी हो सकती है भाजपा की जीत
वर्ष 2019 में भाजपा ने इंदौर लोकसभा सीट पर 5.47 लाख मतों से जीत दर्ज की थी। उस चुनाव में भाजपा को 10 लाख 68 हजार मत प्राप्त हुए थे। कांग्रेस के खाते में 5.20 लाख मत पड़े थे। इस बार चुनाव में कांग्रेस है ही नहीं, ऐसे में उसकी नोटा का बटन दबाने की अपील कितना असर करेगी यह तो मंगलवार को ही तय होगा, लेकिन इतना तय है कि इन 5.20 मतों में भाजपा सेंध जरूर लगाएगी।
भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने चुनाव से पहले इंदौर लोकसभा सीट पर आठ लाख मतों से जीत का दावा किया था, लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी के मैदान से हटने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा की जीत आठ लाख से कहीं ज्यादा होगी।
फिलहाल गोपालगंज के नाम है नोटा का रिकॉर्ड
देश में सबसे ज्यादा नोटा का रिकार्ड फिलहाल बिहार के गोपालगंज के नाम है। वर्ष 2019 के चुनाव में यहां 51,660 नोटा पड़े थे। इंदौर इस मामले में इस बार रिकार्ड बना सकता है। इसकी वजह है कि प्रत्याशी विहीन कांग्रेस ने नोटा का बटन दबाने की अपील की थी।
इस बात की संभावना भी है कि कांग्रेस के परंपरागत मतदाताओं ने इस बार नोटा का बटन दबाया हो। इंदौर में 15.60 लाख मतदाताओं ने मतदान में हिस्सा लिया है। इनमें से अगर 15 प्रतिशत भी नोटा का बटन दबाते हैं तो यह आंकड़ा एक लाख 80 हजार के आसपास पहुंच जाएगा।