लॉस एंजेलिस
ऑस्कर विजेता एलेक्स गिबनी भारतीय मूल के ब्रिटिश अमेरिकी उपन्यासकार सलमान रुश्दी के जीवन पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री का निर्देशन करेंगे। यह डॉक्यूमेंट्री उनकी किताब 'नाइफ: मेडिटेशन आफ्टर एन अटेम्प्टेड मर्डर' पर आधारित होगी।
गिबनी को 'टैक्सी टू द डार्क साइड' और 'गोइंग क्लियर: साइंटोलॉजी एंड द प्रिजन ऑफ बिलीफ' जैसी फिल्में बनाने के लिए जाना जाता है।
'नाइफ' शीर्षक से बनने वाली यह डॉक्यूमेंट्री रुश्दी के संस्मरण 'नाइफ: मेडिटेशन आफ्टर एन अटेम्प्टेड मर्डर' पर आधारित होगी। इसमें उनके खिलाफ फतवा जारी होने के 30 साल बाद उनकी हत्या के प्रयास के बारे में विस्तार से दिखाया जाएगा।
अप्रैल में लॉन्च की गई इस किताब में न केवल लेखक के जीवन और करियर के बारे में बताया गया है, बल्कि भारतीय मूल के ब्रिटिश अमेरिकी उपन्यासकार के खिलाफ 2022 में हुए हत्या के प्रयास और उसके बाद की लंबी कहानी के बारे में भी बताया गया है।
रुश्दी पर न्यूयॉर्क के चौटाउक्वा में 24 वर्षीय न्यू जर्सी के एक व्यक्ति ने चाकू से 15 बार वार किया था।
हमलावर ने चौटाउक्वा के एम्फीथिएटर स्टेज पर दिए जा रहे भाषण के दौरान रुश्दी की गर्दन, आंख और छाती पर कई वार किए, जिससे वह मंच पर ही गिर पड़े।
इस हमले में रुश्दी ने अपनी एक आंख की रोशनी खो दी, साथ ही वह एक हाथ से वे अक्षम हो गए।
वैरायटी डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, इस डॉक्यूमेंट्री में रुश्दी की पत्नी राचेल एलिजा ग्रिफिथ्स के निजी फुटेज के माध्यम से रुश्दी की रिकवरी के सफर को भी दिखाया जाएगा।
अपनी किताब 'नाइफ: मेडिटेशन आफ्टर एन अटेम्प्टेड मर्डर' में रुश्दी लिखते हैं, " यह एक ऐसी कहानी है जिसमें नफरत के रूप में चाकू का जवाब प्रेम से दिया जाता है और अंततः उस पर विजय प्राप्त की जाती है।''
रुश्दी ने कहा, "मुझे खुशी है कि इस फिल्म में एलेक्स हमारे साथ काम कर रहे हैं।''
उन्होंने कहा, "हम लंबे समय से उनके शानदार काम की प्रशंसा करते रहे हैं, 'टैक्सी टू द डार्क साइड' से लेकर 'गोइंग क्लियर' तक उन्होंने शानदार काम किया है। इस काम के लिए उनसे बेहतर कोई नहीं हो सकता।"
रुश्दी के जीवन को कैद करने के लिए गिब्नी ग्रिफिथ्स के कच्चे, अंतरंग फुटेज, मूवी क्लिप, रुश्दी की किताबों के अंश, नए साक्षात्कार और पुरानी तस्वीरों के बीच घूमेंगे, जिसमें 1989 में अयातुल्ला खुमैनी द्वारा रुश्दी पर उनकी किताब 'द सैटेनिक वर्सेज' के लिए जारी किया गया फतवा भी शामिल है।
गिब्नी ने कहा, "एक असाधारण उपन्यासकार, दृढ़ व्यक्ति और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की दुनिया के सबसे साहसी रक्षकों में से एक सलमान रुश्दी के बारे में फिल्म बनाना खुशी और सम्मान की बात है।"
हॉलीवुड स्टार जेरेमी रेनर ने बताया, ‘मिशन: इम्पॉसिबल’ में क्यों नहीं की वापसी
मिशन: इम्पॉसिबल' फ्रेंचाइजी में काम करने वाले हॉलीवुड स्टार जेरेमी रेनर ने 'मिशन: इम्पॉसिबल – फॉलआउट' में काम न करने को लेकर खुलकर बात की।
हॉलीवुड स्टार जेरेमी रेनर ने 2011 में 'मिशन: इम्पॉसिबल – घोस्ट प्रोटोकॉल' और 2015 में 'मिशन: इम्पॉसिबल – रॉग नेशन' सहित दो 'मिशन: इम्पॉसिबल' फ्रेंचाइजी में काम किया है।
'हैप्पी सैड कन्फ्यूज्ड' पॉडकास्ट पर एक साक्षात्कार में जेरेमी रेनर ने कहा कि मुझे 2018 की सीक्वल 'फॉलआउट' में आईएमएफ एजेंट विलियम ब्रांट के चरित्र को फिर से निभाने के लिए कहा गया था।
फिल्म के लिए उन्हें एक ऐसी भूमिका की पेशकश की गई थी जिसके लिए उन्हें एक सप्ताह तक शूटिंग करनी थी ताकि उनके किरदार ब्रांट को मार दिया जा सके।
वैरायटी डॉट कॉम की रिपोर्ट में एक्टर की ओर से कहा गया, ''मुझे याद है कि उन्होंने मुझे एक हफ्ते तक अपने साथ लाने की कोशिश की ताकि वे मेरे किरदार को मार सके और मैंने कहा था कि 'नहीं, तुम ऐसा नहीं कर सकते। तुम मेरे किरदार को नहीं मार सकते।''
उन्होंने कहा, ''यदि आप ऐसा करने जा रहे हैं और आप मेरे चरित्र का उपयोग करने जा रहे हैं तो सही तरीके से करें।'' रेनर ने कहा कि मैं (निर्देशक क्रिस्टोफर मैकक्वेरी) पर चिल्लाया।
एक्टर ने 'रॉग नेशन' के बाद कभी भी 'मिशन: इम्पॉसिबल' फ्रैंचाइजी में वापसी नहीं की, हालांकि उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा था कि वह वापस आने के लिए तैयार हैं।
ऑस्कर के लिए नामांकित रेनर ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था कि रॉग नेशन के बाद मिशन इम्पॉसिबल फ्रैंचाइजी इसलिए नहीं की ताकि वह अपने परिवार के साथ समय बिता सकें।
रेनर ने मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स में क्लिंट बार्टन/हॉकआई की भूमिका निभाई है, जिसमें द एवेंजर्स (2012) और डिज्नी प्लस मिनीसीरीज़ हॉकआई (2021) शामिल हैं।
वह एक्शन फिल्म मिशन: इम्पॉसिबल – घोस्ट प्रोटोकॉल (2011), द बॉर्न लिगेसी (2012), हैंसेल एंड ग्रेटेल: विच हंटर्स (2013) और मिशन: इम्पॉसिबल – रॉग नेशन (2015) और ड्रामा अमेरिकन हसल (2013), अराइवल (2016) और विंड रिवर (2017) में भी काम कर चुके हैं।
एक्टर ने पैरामाउंट+ क्राइम थ्रिलर सीरीज मेयर ऑफ किंग्सटाउन में भी अपने अभिनय से दर्शकों के दिलों में जगह बनाई।
एक्टर ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1995 की कॉमेडी नेशनल लैम्पून्स सीनियर ट्रिप में एक छात्र के रूप में की थी। लेकिन उनकी इस फिल्म को दर्शकों का प्यार नहीं मिल पाया था।