भोपाल
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मध्य प्रदेश में 29 सीटों में मिली करारी हार की जिम्मेदारी ले ली है। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि देश की सबसे बड़ी पंचायत के चुनाव परिणाम सामने हैं और दो दिन पहले तक जो एग्जिट पोल दिखाकर भ्रम का जो वातावरण बनाया जा रहा था, उस छल की हार हुई है। जनता ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह अधिनायकवाद और डिक्टेटरशिप को पसंद नहीं करती है। पटवारी ने कहा कि हमारे नेता राहुल गांधी जी ने आम व्यक्ति पर असर करने वाले मुद्दे चुनाव के दौरान उठाए, जिसमें महंगाई, बेरोजगारी, किसान समस्या एवं गरीबों पर यातनाओं को प्रमुखता से सामने रखा, जिन पांच न्याय की राहुल गांधी ने बात की थी। जनता ने उस बात को सराहा एवं परिणाम उसके आसपास दिए हैं।
मध्य प्रदेश में हुआ धन बल का प्रयोग
जीतू पटवारी ने कहा कि मप्र के संदर्भ में हम सभी ने एकजुटता के साथ चुनाव लड़ा और अच्छे परिणाम के लिए प्रयास किए, परंतु विधानसभा चुनाव के बाद जिस तरह की घटनाएं मप्र में घटित हुई हैं तो मैं यह कह सकता हूं कि सरकार के धन और बल के प्रयास सफल हुए। परंतु पार्टी का अध्यक्ष होने के नाते में मप्र में आए परिणाम को सिर झुकाकर स्वीकार करता हूं और इन परिणामों की जिम्मेदारी में लेता हूं।
आत्म मंथन के साथ बदलाव के लिए तैयार
पटवारी ने आगे कहा कि पार्टी आत्ममंथन के साथ बदलावों के लिए तैयार है। इसमें नई सोच, विचार और व्यवहार का समावेश किया जाएगा। मप्र की जनता बेहद जागरूक है एवं इंदौर में जिस तरीके से नोटा के रूप में जनता ने भाजपा के मुंह पर जो करारा तमाचा मारा है, वह भाजपा हमेशा याद रखेगी। अब सरकार मोदी जी द्वारा जी गई गारंटियों को पूरा करें और उन गारंटियों को पूरा करने में कांग्रेस पार्टी एक मजबूत विपक्ष के रूप में अपनी भूमिका लगातार निभाएगी। पत्रकार वार्ता में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया सलाहकार केके मिश्रा, मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक सहित मप्र कांग्रेस के सभी प्रवक्तागण भी उपस्थित थे।