नई दिल्ली
निवर्तमान पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल की आखिरी कैबिनेट मीटिंग बुधवार को की। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को इस्तीफा सौंप दिया। अब वह 8 जून को अपने तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ ले सकते हैं। इस बीच उन्होंने आखिरी कैबिनेट में अपने सहयोगियों से कहा कि हार और जीत तो राजनीति का हिस्सा है। नंबरगेम चलता रहता है। कैबिनेट की मीटिंग में चुनाव के नतीजों पर भी चर्चा हुई। इस मीटिंग में लोकसभा को भंग करने की सिफारिश की गई और पीएम समेत पूरी कैबिनेट ने इस्तीफा दे दिया। इस बैठक के बाद पीएम सीधे राष्ट्रपति भवन पहुंचे और द्रौपदी मुर्मू को इस्तीफा सौंपा। राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया और कहा कि आप नई सरकार के गठन तक अपने मंत्रियों के साथ कामकाज संभालते रहें।
हमने दस साल अच्छा काम किया: PM मोदी
राष्ट्रपति को इस्तीफा सौंपने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल की आखिरी कैबिनेट बैठक की. इसमें उन्होंने मंत्रियों से चुनाव परिणामों पर चर्चा करते हुए कहा कि हार-जीत राजनीति का हिस्सा है, नंबर-गेम चलता रहता है. पीएम मोदी ने मंत्रियों से कहा, "हमने दस साल अच्छा काम किया, आगे भी करेंगे. आप सब ने बहुत मेहनत की है."
पीएम मोदी ने मुस्कारते हुए सभी मंत्रियों का हौसला बढ़ाया और सब को धन्यवाद कहा. इसके बाद वे इस्तीफा देने के लिए राष्ट्रपति भवन के लिए चले गए. आज शाम को BJP, एनडीए के सहयोगी दलों के साथ सरकार गठन और भविष्य के राजनीतिक एजेंडे पर चर्चा करेगी. एनडीए गठबंधन के नेता राष्ट्रपति से मुलाकात कर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में फिर से सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे.
8 जून को हो सकता है शपथ ग्रहण समारोह
सूत्रों के मुताबिक, एनडीए गठबंधन की नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 8 जून को हो सकता है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पीएम मोदी सहित केंद्र सरकार के सभी वर्तमान मंत्रियों को आज रात डिनर पर भी आमंत्रित किया है. मंगलवार को आए चुनावी नतीजों में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को फिर से बहुमत मिल गया है. लेकिन, चुनावी नतीजों ने भाजपा के सहयोगियों चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी और नीतीश कुमार की जेडीयू की भूमिका को महत्वपूर्ण बना दिया है, इसलिए भाजपा की पहली कोशिश एनडीए के सभी सहयोगी दलों को मजबूती से अपने साथ बनाए रखने की है.