नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम ने खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने केंद्र में तीसरी बार पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने का दावा किया। उन्होंने अयोध्या और अमेठी में भाजपा के चुनाव हारने के पीछे की वजह भी बताई। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि सरकार बनाने के लिए 272 का आंकड़ा चाहिए और एनडीए के पास 292 का आंकड़ा है, ऐसे में कोई सवाल उठना ही नहीं चाहिए। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि जिसके पास 292 सीटें हो उसे सरकार बनाना चाहिए या 225-230 पर कूदने वालों को सरकार बनानी चाहिए।
इंडिया गठबंधन के नेताओं का दावा है कि एनडीए में शामिल घटक दलों से बात चल रही है और हम सरकार बना लेंगे। इस पर उन्होंने कहा कि ये लोग देश को लूटने के लिए सरकार बनाना चाहते हैं। देश की जनता ने तीसरी बार लगातार नरेंद्र मोदी को अपना प्यार दिया है। नरेंद्र मोदी अकेले ऐसे नेता हैं जो अपने दम पर 250 के करीब सीट लाए और एनडीए के साथ मिलकर 292 सीटें लाए हैं। तो क्या 292 सीटें लाने वाला सरकार न बनाए और ये 20, 25, 70, 90 सीट लाने वाले सरकार बनाए, इसलिए ये सवाल ही प्रासंगिक नहीं है।
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी पूरी शक्ति और सामर्थ्य के साथ तीसरी बार पीएम पद की शपथ लेंगे और एनडीए के सहयोगी चंद्रबाबू नायडू, नीतीश कुमार, चिराग पासवान, जीतन राम मांझी ये सभी लोग बहुत ही वरिष्ठ हैं और एनडीए के साथ इसका अलायंस चुनाव से पहले है।
चंद्रबाबू नायडू की ओर से कुछ अहम विभाग मांगने वाले कयासों पर उन्होंने कहा कि ये बेकार की बातें वो लोग कर रहे हैं जो इस देश को लूटना चाहते हैं। इंडिया गठबंधन को चोरों की जमात बताते हुए उन्होंने कहा कि ये सवाल वो लोग कर रहे हैं। वहीं, यूपी में इंडिया गठबंधन की बेहतर परफॉर्मेंस के सवाल पर उन्होंने कहा कि इनमें उनका कोई कमाल नहीं है। भाजपा के लोग अति उत्साह में रहे और कम वोट पोल करा पाए। अगर ठीक ठीक वोट पोल होते तो नतीजे कुछ और होते। लेकिन जनता का जो आदेश है वह जनादेश है और उसे हम स्वीकार करते हैं।
अमेठी से भाजपा की हार और रायबरेली से राहुल गांधी की जीत पर उन्होंने कहा कि अमेठी और रायबरेली दोनों ही गांधी परिवार की सीट मानी जाती है। पिछली बार जब अमेठी में भाजपा की जीत और राहुल गांधी की हार हुई थी तब एक बड़ा सवाल उठा था कि राहुल गांधी से अमेठी दूर क्यों हो गई। मुझे लगता है कि जो दूरी थी वह हट गई इसलिए अमेठी में कांग्रेस फिर से चुनाव जीत गई।
अयोध्या से भाजपा की हार पर उन्होंने कहा कि अयोध्या वासियों को यह समझना चाहिए था कि इतनी लंबी लड़ाई लड़ने के बाद सनातन को मानने वालों को ये गौरव हासिल हुआ है कि यहां राम का भव्य मंदिर बना है। इसके बाद भी यहां से भाजपा का हारना आश्चर्यजनक है। लेकिन फिर मैंने सोचा कि भगवान राम जब वहां थे तो उस समय मंथरा, कैकई भी थी और माता सीता को वनवास दिलाने वाला वह व्यक्ति भी था। सवाल है कि ये सब भी हिंदू ही थे और हिंदुओं ने भी भगवान राम को वनवास दिलाया था। उस वक्त न तो कोई मुसलमान था और न ही कोई ईसाई था, ये जो हिंदुओं में विभाजन है, यही एक दिन पतन का कारण बनेगा।
लोकसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी के पक्ष में पाकिस्तान की ओर से आ रहे बयानों पर उन्होंने कहा कि जो लोग भारत को कमजोर होते हुए देखना चाहते हैं, जो नरेंद्र मोदी को हटाना चाहते हैं, वह उसके साथ हैं और जो लोग भारत को सशक्त बनते हुए, विश्व गुरु बनते हुए देखना चाहते हैं वह सब नरेंद्र मोदी के साथ हैं।