नर्मदापुरम
होशंगाबाद नरसिंहपुर संसदीय क्षेत्र के चुनावों में भाजपा के दर्शन सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के संजय शर्मा पर 4,31,696 वोटों से जीत दर्ज की है। पिछले लोकसभा चुनावों के मुकाबले इस जीत को दूसरी बड़ी जीत माना जा रहा है। वर्ष 2019 में भाजपा के उदयप्रताप सिंह ने कांग्रेस के शैलेंद्र दीवान को 5,53,682 वोटों से हरा कर रिकार्ड बनाया था। इस बार के लोकसभा चुनावों में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला नजर आ रहा था, लेकिन चुनाव परिणाम चौंकाने वाले साबित हुये। कांग्रेस के संजय शर्मा अपने ही गढ़ में हार गये। इतना ही नहीं नरसिंहपुर जिले की तीनों विधानसभा सीट पर बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाये। जबकि दर्शन सिंह अपने जिले नर्मदापुरम में बेहतर प्रदर्शन करते हुये 1,99,637 वोटों से जीतें है।
आंकड़ों के अनुसार संजय शर्मा को नरसिंहपुर विधानसभा के नरसिंहपुर में 52242, तेंदूखेडा में 56629 और गाडरवाडा में 43352 वोट मिले। इन जिलों में हार का अंतर ज्यादा रहा है। नरसिंहपुर से 46639, तेंदूखेड़ा से 13394 व गाडरवाड2ा से 51500 के वोट अंतर से हारे हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि संजय शर्मा होशंगाबाद जिले की चारों विधानसभा में पैठ नहीं बना सके थे। उन्हें नरसिंहपुर विधानसभा में भी साथ नहीं मिला। इतना ही नहीं उदयपुरा विधानसभा सीअ पर भी 66470 वोट के भारी अंतर से हार का सामाना करना पड़ा।
पिपरिया में मिली सबसे बड़ी जीत
भाजपा के दर्शन सिंह को मतदाताओं ने अपना नया सांसद चुना है। दर्शन सिंह किसान नेता के रूप में जाने जाते हैं। प्रदेश स्तर की राजनीति में भी दखल रहा है। पूर्व शिक्षक रहे दर्शन सिंह को लेकर कयास लगाये जा रहे थे कि नया चेहरा हैं, लेकिन जिस तरह से परिणाम सामने आये हैं उससे स्पष्ट है कि मतदाता भली भांति परिचित थे। दर्शन सिंह को होशंगाबाद जिले की पिपरिया विधानसभा से सबसे ज्यादा अंतर से जीत मिली है। दर्शन ने संजय शर्मा को पिपरिया विधानसभा में 73017 वोटों से हराया है। इसी तरह होशंगाबाद विधानसभा में 62635 वोटों से हराया। गाडरवाड़ा में 51500 तो नरसिंहपुर में 46639 वोटों से हराया। होशंगाबाद की सिवनीमालवा विधानसभा में सोहागपुर से 58912 वोटों से हराया है।
कभी पंच का चुनाव नहीं लडा अब सांसद बने
दर्शन सिंह सांसद बनने के बाद दर्शन सिंह ने कहा कि मैं कभी पंच का चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन मुझे भाजपा ने मौका दिया और अब सांसद बन गया हूं। क्षेत्र का विकास करना है किसानों के लिये काम करना है। लोगों को हर तरह की सुविध मिल सके इसके लिये प्रयास करता रहूंगा। मैं पहली बार चुनाव लड़ा हूं स्वयंसेवक के नाते आगे बढ़ा हूं। विकसित भारत का माडल लागू करना है।