भोपाल /नईदिल्ली
लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने मध्यप्रदेश में वह कर दिया है, जो अब तक नहीं हो सका था. बीजेपी ने मध्य प्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल किया, ऐसा पहली बार हुआ है. मध्य प्रदेश में क्लीन स्वीप करने के बाद अब चर्चा इस बात की हो रही कि मोदी कैबिनेट में मध्य प्रदेश से किसे शामिल किया जाएगा.
मध्य प्रदेश में 29 की 29 लोकसभा सीटें बीजेपी के खाते में चली गई है. भोपाल से आलोक शर्मा, इंदौर से शंकर लालवानी, ग्वालियर से भारत सिंह कुशवाह, जबलपुर से आशीष दुबे, छिंदवाड़ा से बंटी साहू, राजगढ़ से रोडमल नागर, गुना से ज्योतिरादित्य सिंधिया, विदिशा से शिवराज सिंह चौहान, खजुराहो से वीडी शर्मा, उज्जैन से अनिल फिरोजिया, मंडला से फग्गन सिंह कुलस्ते और टीकमगढ़ से डॉ वीरेन्द्र कुमार जीत दर्ज करने में कामयाब रहे हैं.
इसी तरह बीजेपी के टिकट पर होशंगाबाद से चौधरी दर्शन सिंह, मंदसौर से सुधीर गुप्ता, रतलाम से अनिता नागर सिंह चौहान, सीधी से डॉ राजेश मिश्रा, शहडोल से हिमाद्री सिंह, खंडवा से ज्ञानेश्वर पाटिल, बालाघाट से डॉ भारती पारधी, दमोह से राहुल लोधी, सतना से गणेश सिंह, बैतूल से दुर्गादास उइके, मुरैना से शिवमंगल सिंह तोमर, भिंड से संध्या राय, सागर से लता वानखेड़, रीवा से जर्नादन मिश्रा, धार से सावित्री ठाकुर, खरगोन से गजेंद्र सिंह और देवास से महेंद्र सिंह सोलंकी ने जीत का परचम लहराया.
रेस में हैं ये बड़े चेहरे
वहीं, मध्य प्रदेश में मिली जीत के बाद यह चर्चा है कि टीम मोदी में इस बार कुछ नए चेहरों को मौका मिल सकता है। दावेदारों की फौज बड़ी है। प्रबल दावेदारों में शिवराज सिंह चौहान, ज्योतिरादित्य सिंधिया और फग्गन सिंह कुलस्ते का नाम है। शिवराज सिंह चौहान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव के दौरान ही इशारा कर गए थे कि शिवराज सिंह चौहान को हम अपने साथ ले जाएंगे। इसके साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी बड़ी जीत हासिल की है। ऐसे में उनकी एंट्री भी तय मानी जा रही है। इसके साथ ही फग्गन सिंह कुलस्ते को भी पार्टी फिर मौका दे सकती है। कुलस्ते आदिवासी चेहरा हैं।
कुछ नए चेहरों को मौका
इसके साथ ही सबसे अधिक चर्चा एमपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की है। वीडी शर्मा के नेतृत्व में भाजपा लगातार मध्य प्रदेश में सफलता हासिल कर रही है। विधानसभा चुनाव में उनकी अध्यक्षता में पार्टी ने बड़ी जीत हासिल की थी। अब लोकसभा में 29 की 29 सीटें जीत गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी रैलियों में वीडी शर्मा की तारीफ कर चुके हैं। ऐसे में अटकलें हैं कि उनका प्रमोशन हो सकता है।
महिला को भी मिल सकती है जगह
वहीं, मध्य प्रदेश से इस बार पांच महिला भी सांसद चुनी गई हैं। बीजेपी महिलाओं को प्रतिनिधित्व देने में मुखर रही है। ऐसे में संभावना है कि मध्य प्रदेश से एक महिला सांसद को मंत्रिमंडल में मौका मिल सकता है। पांच महिला सांसदों में रतलाम से अनीता नागर सिंह चौहान, सागर से लता वाणखेड़े, भिंड से संध्या राय, शहडोल से हिमाद्री सिंह और बालाघाट से भारती पारधी हैं। पांच में से तीन सांसद पहली बार चुनी गई हैं। वहीं, हिमाद्री सिंह और संध्या राय दूसरी बार सांसद बनी हैं।
केंद्र में एनडीए को है पूर्ण बहुमत
हालांकि एमपी की दावेदारी में एक अड़चन यह भी है कि इस बार बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं है। बहुमत एनडीए को है। एनडीए को बहुमत होने की वजह से सरकार में सहयोगी दलों की भागीदारी बढ़ेगी। इसकी वजह से मध्य प्रदेश की दावेदारी कमजोर हो सकती है। यह संभावना है कि मध्य प्रदेश से इस बार 2019 की तुलना में कुछ कमलोगों को मौका मिले।
कांग्रेस के दिग्गजों को मिली हार
इस बार मध्य प्रदेश की कई सीटों पर चुनाव बड़ा रोचक बना हुआ था. राजगढ़ सीट से पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह चुनावी मैदान में थे जबकि छिंदवाड़ा सीट से कमलनाथ के पुत्र नकुलनाथ प्रत्याशी थे. पूर्व सांसद कांतिलाल भूरिया रतलाम सीट से प्रत्याशी थे, लेकिन इन सभी दिग्गजों को हार का सामना करना पड़ा है. इनके अलावा भी कांग्रेस के सभी प्रत्याशी चुनाव हार गए हैं.
बीजेपी में मंत्री पद को लेकर छिड़ी चर्चा
लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद अब मध्य प्रदेश में मंत्री पद को लेकर चर्चा छिड़ गई है. चर्चा इस बात की हो रही है मोदी कैबिनेट में मध्य प्रदेश से कितने सांसदों को जगह मिलेगी. बताया जा रहा है कि पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान मोदी कैबनेट में कृषि मंत्री बन सकते हैं.
इसके अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया फिर से मंत्री बनेंगे. प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा का भी कार्यकाल खत्म हो रहा है, ऐसे में वे भी मंत्री बन सकते हैं. इंदौर से शंकर लालवानी ने सबसे बड़ी जीत दर्ज की, बीजेपी उन्हें भी मंत्री बनाकर मालवा को साधने का प्रयास कर सकती है.