आज के समय में वास्तु का प्रचलन काफी बढ़ गया है। वास्तु में घर की सकारात्मकता बढ़ाने और नकारात्मकता को कम करने की टिप्स बताई गई हैं। ऐसा माना जाता है कि अगर वास्तु के नियमों को अपना लिया जाए तो घर से वास्तु दोष का कम किया जा सकता है। कहते हैं घर के हर कोने को वास्तु का हिसाब से ही सजाना चाहिए तो सबसे पहले इसकी शुरुआत घर के मेन गेट से ही होनी चाहिए। आज हम आपको बताएंगे कि मुख्य द्वार को दोष मुक्त कैसे रखा जा सकता है।
वास्तु के अनुसार मेन गेट के पास कूड़ा और डस्टबिन नहीं रखना चाहिए। वरना घर में नकरात्मक ऊर्जा फैलती है।
मेन गेट पर स्वास्तिक, ऊँ, श्रीगणेश जैसे शुभ चिह्न लगाने या बनाने चाहिए। ऐसा करने पर घर का वातावरण पवित्र रहता है और सकरात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
घर के मेन गेट पर धातु की बनी विंड चाइम लगानी चाहिए। विंड चाइम वास्तु दोषों को दूर करने में बहुत ही लाभदायक मानी जाती है।
कहते हैं कि मुख्य द्वार के पास तुलसी का पौधा लगाने से घर का भाग्य चमकता है और इससे सारी नेगेटिव एनर्जी पॉजिटिव में बदल जाती है।
अशोक के पत्तों से बनी बंदरवाल दरवाजे की चौखट पर लगाना भी शुभ माना जाता है। क्योंकि अशोक के पत्ते घर में नेगेटिव एनर्जी को आने से रोकते हैं।
वास्तु के मुताबिक मुख्य द्वार पर अंदर की ओर वास्तु के पवित्र तीन सिक्के लटाकना चाहिए। ये सिक्के लाल रिबन में बंधे होना चाहिए।