नई दिल्ली
एग्जिट पोल के रुझानों और मतगणना के नतीजे के कारण इस सप्ताह पहले दिन से ही शेयर बाजार में लगातार उतार-चढ़ाव बना हुआ है। इस उतार-चढ़ाव के कारण भारतीय उद्योगपति गौतम अडाणी काफी प्रभावित हुए हैं। पहले 3 दिन में ही गौतम अडाणी की संपत्ति में 8 अरब डॉलर की कमी आ गई है। इसके साथ ही दुनिया के सबसे रईस कारोबारियों की सूची में गौतम अडाणी खिसक कर 14वें स्थान पर आ गए हैं। वहीं, रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुकेश अंबानी इस सूची में 11वें स्थान पर हैं।
ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स द्वारा आज जारी आंकड़ों के अनुसार मंगलवार को बाजार में आई जोरदार गिरावट के कारण गौतम अडाणी की व्यक्तिगत संपत्ति 111 अरब डॉलर से घट कर 97.41 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गई थी। हालांकि बुधवार को बाजार में तेजी आने की वजह से अडाणी की संपत्ति 5.59 अरब डॉलर बढ़ कर 103 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गई। इसी तरह मुकेश अंबानी की संपत्ति भी मंगलवार को 109 अरब डॉलर से घट कर 106.80 अरब डॉलर के स्तर पर आ गई थी। लेकिन बुधवार को बाजार में आई तेजी के कारण मुकेश अंबानी की संपत्ति एक बार फिर 109 अरब डॉलर के स्तर पर आ गई।
ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के आंकड़ों के मुताबिक दुनिया के सबसे रईस कारोबारी की सूची में फ्रांसीसी कारोबारी और लुई वीटो (एलवीएमएच) के संस्थापक बर्नार्ड अरनॉल्ट 212 अरब की संपत्ति के साथ शिखर पर काबिज हैं। वहीं, अमेजन के जेफ बेजॉस 204 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ दूसरे और टेस्ला के संस्थापक एलॉन मस्क 201 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ तीसरे स्थान पर बने हुए हैं।
दुनिया के सबसे रईस कारोबारी की सूची में मुकेश अंबानी और गौतम अडाणी के अलावा टॉप 100 में 10 और भारतीय उद्योगपति अपना स्थान बनाने में सफल रहे हैं। इन भारतीय उद्योगपतियों में शापूरजी मिस्त्री 36.8 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ 44वें स्थान पर, शिव नाडर 32.21 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ 50वें स्थान पर, सावित्री जिंदल 32.1 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ 51वें स्थान पर, अजीम प्रेमजी 26.3 अरब डॉलर के साथ 67वें स्थान पर, दिलीप सांघवी 24.3 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ 77वें स्थान पर, राधाकृष्ण दमानी 23.32 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ 83वें स्थान पर, सुनील मित्तल 21.2 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ 89वें स्थान पर, कुमार मंगलम बिरला 20.71 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ 94वें स्थान पर, लक्ष्मी मित्तल 20.3 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ 99वें स्थान पर और साइरस पूनावाला 20.1 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ 100वें स्थान पर बने हुए हैं।
रिन्यू एनर्जी ग्लोबल पीएलसी का शुद्ध लाभ चौथी तिमाही में सात गुना होकर 70 लाख अमेरिकी डॉलर
रिन्यू एनर्जी ग्लोबल पीएलसी का वित्त वर्ष 2023-24 की जनवरी-मार्च तिमाही में शुद्ध लाभ सात गुना होकर 70 लाख अमेरिकी डॉलर रहा।
कंपनी बयान के अनुसार, चौथी (जनवरी-मार्च) तिमाही में कुल राजस्व 4.4 प्रतिशत घटकर 29.7 करोड़ अमेरिकी डॉलर रह गया, जो वित्त वर्ष 2022-23 की इसी अवधि में यह 31.1 करोड़ अमेरिकी डॉलर था।
रिन्यू एनर्जी ने राजस्व में गिरावट का कारण अपनी ‘ट्रांसमिशन’ परियोजनाओं से कम आय को बताया।
समूचे वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का शुद्ध लाभ पांच करोड़ अमेरिकी डॉलर रहा, वित्त वर्ष 2022-23 में उसने छह करोड़ अमेरिकी डॉलर का शुद्ध घाटा दर्ज किया था।
रिन्यू के चेयरमैन एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुमंत सिन्हा ने कहा, ‘‘ये सकारात्मक आय अगले पांच वर्षों में हमारी क्षमता को दोगुना करके 20 गीगावाट से अधिक करने की हमारी महत्वाकांक्षी विकास योजनाओं को और बढ़ावा देगी…’’
वित्त वर्ष 2023-24 में प्रॉपटेक कंपनियों में वित्त पोषण चार प्रतिशत घटकर 65.7 करोड़ अमेरिकी डॉलर
वित्त वर्ष 2023-24 में प्रॉपटेक कंपनियों में वित्त पोषण मामूली रूप से चार प्रतिशत घटकर 65.7 करोड़ अमरीकी डॉलर रह गया, जो वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद जुझारुपन को दर्शाता है।
हाउसिंग डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, प्रॉपटेक कंपनियों ने 2010-11 से 2023-24 के बीच कुल 4.6 अरब अमरीकी डॉलर जुटाए, जो 40 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) से बढ़ रहा है।
हाउसिंग डॉट कॉम और प्रॉपटाइगर डॉट कॉम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (समूह) ध्रुव अग्रवाल ने कहा, ‘‘पिछले कुछ वर्षों में वैश्विक अनिश्चितताओं और विभिन्न क्षेत्रों में वित्त पोषण में मंदी के बावजूद प्रॉपटेक क्षेत्र ने उल्लेखनीय जुझारुपन दिखाया है।’’ उन्होंने बताया कि 2010-11 से प्रॉपटेक कंपनियों में निवेश 40 प्रतिशत की प्रभावशाली सीएजीआर पर कायम है।
हाउसिंग डॉट कॉम ने कहा कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद 2023-24 में प्रॉपटेक कंपनियों में वित्त पोषण में मामूली गिरावट आई है और कुल निवेश 65.7 करोड़ अमरीकी डॉलर रहा, जो 2022-23 में 68.3 करोड़ अमरीकी डॉलर से कम है।
एचडीएफसी कैपिटल समर्थित प्रॉपटेक कंपनी रेलॉय के संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी अखिल सराफ ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है, जिससे रियल एस्टेट स्टार्टअप में पैसा लगाने के लिए निवेशकों की रुचि बढ़ी है।
प्रॉपटेक या संपत्ति प्रौद्योगिकी से तात्पर्य रियल एस्टेट के अनुसंधान, खरीद, बिक्री और प्रबंधन में मदद करने के वास्ते सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) का इस्तेमाल करना है।