मोटापा, डायबिटीज और पाचन तंत्र संबंधी समस्याएं लाइफस्टाइल डिजीज में सबसे ऊपर है। ये ऐसी मेडिकल कंडीशन है, जो अपने साथ कई और बीमारियों के खतरे को भी लाती है। तो ऐसे में इन जैसी तमाम बीमारियों को कंट्रोल करने में लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स फूड्स एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वे खाद्य पदार्थ होते हैं, जो खाने के बाद धीरे-धीरे ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाते हैं। इन खाद्य पदार्थों का सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है, मोटापे को भी कंट्रोल किया जा सकता है। इनसे शरीर को आवश्यक पोषक तत्व भी मिलते हैं। लो GI फूड का चयन करके आप अपने डायबिटीज मैनेजमेंट और ओवर ऑल हेल्थ को बेहतर बना सकते हैं।
ओट्स
ओट्स में फाइबर की उच्च मात्रा पाई जाती है और प्रोटीन की प्रोटीन की भी मात्रा होती है, यह क्रेविंग को कंट्रोल करता है और इसमें मौजूद सॉल्युबल फाइबर पाचन को सुधारने में सहायक होता है।ओट्स का लो GI ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में मदद करता है।
बेरीज
बेरीज में एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर होते हैं, जो वजन घटाने में मदद करते हैं। इसमें मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को सुधारता है। बेरीज का लो GI और एंटीऑक्सीडेंट डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है।
मूंग दाल
मूंग दाल में प्रोटीन और फाइबर की हाई मात्रा होती है, जो वजन घटाने में सहायक है।इसमें मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करते हैं। मूंग दाल का लो लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखने में मदद करता है।
शकरकंद
शकरकंद लो कैलोरी होने के साथ इसमें फाइबर की भी हाई मात्रा होती है, जो वजन घटाने में मदद करती है। इसमें मौजूद फाइबर पाचन क्रिया को सुधारने में सहायक है। इसका लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में मदद करता है।
ब्राउन राइस
ब्राउन राइस में लो कैलोरी होने के साथ अच्छी मात्रा में फाइबर और और प्रोटीन होता है। यह वजन को नियंत्रित करने के साथ कब्ज जैसी समस्याओं को कम करता है। इसका लो GI ब्लड शुगर लेवल को धीरे-धीरे बढ़ाता है, इसलिए इसका सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है।