मॉस्को/ पेरिस
रूस और यूक्रेन का युद्ध चल रहा है। इसमें यूक्रेन को बड़ी मदद मिली है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने मिराज 2000-5 लड़ाकू विमानों को यूक्रेन में भेजने और उसके पायलटों की ट्रेनिंग देने की रूपरेखा तैयार की है। 6 जून को इससे जुड़ी घोषणा की गई। एफ-16 के बाद मिराज 2000-5 यूक्रेनी वायु सेना में शामिल होने वाला दूसरे प्रकार का सबसे बड़ा लड़ाकू विमान है। यूक्रेन को मिराज की ताकत मिलना रूस के लिए टेंशन वाली बात है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसी मिराज के जरिए भारत ने कारगिल युद्ध के दौरान पाकिस्तानी सैनिकों पर पिन पॉइंट निशाना लगाया था।
मैक्रों ने फ्रेंच टीवी के साथ एक इंटरव्यू में कहा, 'कल हम एक नया सहयोग शुरू करेंगे और मिराज 2000-5 लड़ाकू विमानों को यूक्रेन में स्थानांतरित करने की घोषणा करेंगे और अपने यूक्रेनी पायलटों को फ्रांस में प्रशिक्षित करेंगे।' यह घोषणा दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान नॉर्मेंडी में डी-डे लैंडिंग की 80वीं वर्षगांठ को याद करने के बाद आई। मैक्रों ने कहा कि पायलट का प्रशिक्षण इस गर्मी में शुरू होगा। उन्होंने कहा, 'आपको आम तौर पर पांच से छह महीने की जरूरत होती है, इसलिए साल के अंत तक फ्रांस में पायलट प्रशिक्षित होंगे।' कितने लड़ाकू विमान दिए जाएंगी इसकी जानकारी सामने नहीं आई है।
यूक्रेन को मिलेगा एफ-16
मैक्रों ने कुशल कर्मियों की तत्काल आवश्यक्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यूक्रेन के सामने सैनिकों को प्रशिक्षित करना एक बड़ी चुनौती है। फ्रांस 4,500 यूक्रेनी सैनिकों की एक पूरी ब्रिगेड को भी सुसज्जित और प्रशिक्षित करेगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जब वो यूक्रेन लौटेंगे तो रक्षा के लिए तैयार रहें। स्वीडन भी ग्रिपेन फाइटर जेट यूक्रेन को भेजने पर विचार कर रहा है। हालांकि हाल ही में रिपोर्ट आई थी कि अन्य यूरोपीय देशों ने स्वीडन से ऐसा न करने और एफ-16 के ट्रांसफर पर फोकस को कहा है। डेनमार्क, नॉर्वे, नीदरलैंड और बेल्जियम कीव को 60 से ज्यादा अमेरिकी निर्मित एफ-16 जेट की आपूर्ति करने वाले हैं।
कारगिल युद्ध में दिखाई ताकत
कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय एयरफोर्स ने पाकिस्तानी सैनिकों पर हमला करने के लिए लेजर गाइडेड बमों के साथ एकदम सटीक ग्राउंड अटैक किया था। इस ऑपरेशन को शुरू करने के लिए मिराज-2000 जेट का इस्तेमाल किया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस दौरान पाकिस्तान ने अपनी पूरी एयरफोर्स पंजाब और जम्मू कश्मीर के लिए लगा दी थी। मिराज-2000 के ताकत की बात करें तो ये हवा से हवा में लड़ाई करने वाला आधुनिक जेट है, जिसके रडार कई टार्गेट को ट्रैक कर सकते हैं। आधुनिक मिसाइलें इससे जोड़ी जा सकती हैं।