इंदौर
अटल इंदौर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड (एआइसीटीएसएल) द्वारा आने वाले समय की जरूरत के लिहाज से शहर व आस-पास में 600 आधुनिक सिटी बस स्टाप बनाने जा रही है। इसके टेंडर जारी हो चुके हैं और जुलाई माह तक तय एजेंसी निर्माण कार्य भी शुरू कर देगी। एआइसीटीएसएल इस प्रोजेक्ट को बूट माडल पर शुरू करने जा रहा है, जिसमें बिना किसी खर्चे के बस संख्या के लिहाज से आय होगी।
बता दें कि वर्तमान में एआइसीटीएसएल के 150 सिटी बस स्टाप हैं, लेकिन इनमें से अधिकांश जर्जर हाल में हैं। करीब 18 साल पहले शुरू हुए एआइसीटीएसएल अब भविष्य को लेकर यात्री सुविधा और सेवाओं में बढ़ोतरी करने जा रहा है। कुछ माह पहले बीआरटीएस को ग्रीन मोबिलिटी कारिडोर बदला गया है। अब पूरे शहर में 600 नए आधुनिक सिटी बस स्टाप बनने जा रहे हैं। इस सिटी बस स्टाप को यात्री सेवा और सुरक्षा के लिहाज से तैयार किया जाएगा।
इसमें सीसीटीवी कैमरे से लेकर बस की लाइव लोकेशन के लिए एलईडी स्क्रीन तक सुविधा रहेगी। पूरा बस स्टाप सोलर एनर्जी से संचालित होगा। एक सीट के पास मोबाइल-लेपटाप चार्ज करने के लिए चार्जिंग पाइंट भी होगा।
बूट माडल पर तैयार होंगे बस स्टाप
एआइसीटीएसएल के अनुसार इन बस स्टाप को बूट माडल पर तैयार किया जाएगा। इसमें एजेंसी खुद के खर्चे पर स्टाप बनाएगी। इसके बाद आगामी 10 से 12 वर्ष तक विज्ञापन से अपनी लागत निकालेगी। इसके साथ एआइसीटीएसएल को स्टाप पर आने वाली हर एक बस के लिहाज से भुगतान भी करेगी।
समयावधि के बाद बस स्टाप एआइसीटीएसएल के हो जाएंगे। एआइसीटीएसएल ने 200 स्टाप के तीन क्लस्टर बनाए हैं। एक सिटी बस स्टाप को तैयार करने में करीब पांच लाख रुपये का खर्चा आएगा। कुल 600 स्टाप बनाने होंगे। एआइसीटीएसएल ने इसके लिए टेंडर जारी कर दिए हैं।
हर 600 मीटर पर एक सिटी बस स्टाप
जानकारी के अनुसार यह सिटी बस स्टाप हर एक चौराहे से 100 मीटर की दूरी पर बनेंगे। हर एक रूट पर 600 मीटर की दूरी पर एक स्टाप रहेगा। वर्तमान में शहर व आस-पास में सिटी बस का 600 किमी का नेटवर्क है, जिसमें 39 रूट हैं। इन पर 450 से अधिक सिटी बसों का संचालन हो रहा है। लेकिन आने वाले समय में 900 सिटी बसों की जरूरत होगी, जो 70 से अधिक रूट पर 1500 किमी के नेटवर्क में चलेंगी। इस लिहाज से एआइसीटीएसएल को आने वाले समय 450 से अधिक सिटी बसों की जरूरत होगी।
ये सुविधाएं रहेंगी नए स्टाप में
– स्टाप की छत पर एलइडी लोगो रहेगा।
– 24 घंटे सीसीटीवी कैमरे से होगी निगरानी।
– अंधेरे में भी चकचमाएंगे स्टाप।
– वास्तविक समय की बस जानकारी के लिए एलईडी स्क्रीन।
– विज्ञापन के लिए स्पेस।
– आर्म रेस्ट कुर्सियों के साथ मोबाइल चार्जिंग सुविधा।
– सूखे और गीले कचरे के लिए कूड़ेदान।
– एलईडी लाइट।
– लकड़ी की बनावट वाली लोवर पैनल छत।
– रूट मैप के लिए एलइडी स्क्रीन।
– छत पर सोलर पैनल लगेंगे।