डायबिटीज के मरीजों को अपनी डाइट पर सख्ती से ध्यान देना चाहिए और उनके द्वारा खाए जाने वाले फलों, सब्जियों, अनाजों और दूसरे फूड आइटम्स का बहुत ही सावधानी चयन करना चाहिए. लांकि, फूड एक कैटेगरी है फंजाई जिसे नजरअंदाज किया जा सकता है. हम बात कर रहे हैं मशरूम की. बहुत से लोग फंजाई के रूप में क्लासिफिकेशन के कारण मशरूम से परहेज करते हैं, ये जाने बिना कि वो एक सेहतमंद और टेस्टी आइटम से महरूम रह जा रहे हैं. मशरूम असल में ओवरऑल हेल्थ को बेहतर बनाते हुए डायबिटीज पेशेंट को फायदा पहुंचा सकते हैं.
डायबिटीज पेशेंट के लिए क्यों फायदेमंद है मशरूम?
1. ब्लड शुगर करे कंट्रोल
मशरूम एक ऐसा सुपरफूड है जिसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स और ग्लाइसेमिक लोड कम होता है, जो ब्लड शुगर को लेवल बढ़ने से रोकता है, यानी इसके जरिए आफ ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित कर सकते हैं.
2. कैलोरी इनटेक हो सकता है मैनेज
मशरूम में न के बराबर मात्रा में चीनी और कार्बोहाइड्रेट होते हैं. कुछ स्टडीज से पता चलता है कि कम कार्ब वाली डाइट मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है, हालांकि यह जरूरी नहीं कि इसे रोके.
3. डायबिटीज के खिलाफ रक्षा कवच
मशरूम में पोलीसेकेराइड होते हैं, जो एंटी डायबिटिक इफेक्ट रखते हैं, इससे मधुमेह के खिलाफ सुरक्षा कवच तैयार होता है, जो मरीजों की सेहत के लिहाज से काफी अच्छा है.
4. वेट लॉस और दिल की सेहत
जो लोग नियमित तौर से मशरूम खाते हैं उनके लिए वेट मैनेज करना आसान हो जाता है, मोटापे को डायबिटीज की पहली सीढ़ी माना जाता है. इसके अलावा ओवरवेट होना हार्ट डिजीज के रिस्क को बढ़ा देता है. मशरूम कोलेस्ट्रॉल को कम करके दिल की सेहत को बेहतर बना सकता है.
मशरूम कैसे पकाएं?
मशरूम में प्रोटीन, डाइटरी फाइबर, मिनरल्स, विटामिन B1, विटामिन बी2, विटामिन बी12, विटामिन सी, विटामिन ई, टेरपेन, क्विनोलोन, स्टेरॉयड, फ्लेवोनोइड्स, एंटीऑक्सिडेंट जैसे कैरोटीनॉयड और पॉलिसैकेराइड जैसे बीटा-ग्लूकन भरपूर मात्रा में पाया जाता है. ये फायदे तभी मिलेंगे जब आप इसे सही तरीके से पकाएं. आप मशरूम को सलाद के तौर पर खाएं. इसके अलावा इस कम तेल और कम आंच में धीरे-धीरे पकाएं.