वाराणसी
काशी को एक और वंदे भारत की सौगात मिलेगी। जल्द ही पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल से हावड़ा के बीच मिनी वंदे भारत एक्सप्रेस चलाई जाएगी। चेन्नई स्थित आईसीएफ से 15 वंदे भारत की रैक निकली है। इसमें आठ कोच की चेयरकार और स्लीपर वंदे भारत शामिल है। 130 से 160 किमी की रफ्तार से चलने वाली वंदे भारत महज छह घंटे में अपना सफर तय करेगी।
रेल अधिकारियों के अनुसार, बनारस-हावड़ा वंदे भारत का प्रस्ताव 2023 में ही रेलवे बोर्ड को भेजा गया था।अब पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन को मिनी वंदे भारत एक्सप्रेस मिलने की उम्मीद है। अफसरों का कहना है कि एनडीए सरकार के गठन के साथ ही रेल परिवहन को रफ्तार मिलेगी। यात्रियों के लिए नई सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
पांचवीं वंदे भारत की मिलेगी सौगात
वाराणसी से पटना और रांची के बीच पहले से वंदे भारत चल रही है। अब हावड़ा तक संचालन की तैयारी है। इसके लिए रूट का सर्वे हो चुका है। इसकी फाइनल रिपोर्ट रेल मंत्रालय को सौंप दी गई है। इसी बीच लोकसभा चुनाव का एलान हो गया। इस कारण प्रक्रिया ठप हो गई। अब चुनाव खत्म हो चुका। सरकार का गठन भी हो गया। लिहाजा, आठ कोच की मिनी वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की तैयारी की जा रही है।
वाराणसी से नई दिल्ली के लिए दो वंदे भारत एक्सप्रेस, वाराणसी से पटना और वाराणसी से रांची के बीच एक-एक वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन किया जा रहा है। बनारस-हावड़ा मिनी वंदे भारत इस तरह की पांचवीं ट्रेन होगी। अभी जितनी भी वंदे भारत चल रही हैं वे कैंट स्टेशन से ही हैं। हावड़ा वंदे भारत को बनारस स्टेशन से चलाया जाएगा। रेल अधिकारियों के अनुसार ट्रेन संचालन की घोषणा रेलवे बोर्ड की ओर से होगी।