नई दिल्ली
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज से शुरू हुए पूरे हफ्ते इसी तरह की गर्मी पड़ने की संभावना है। विभाग ने कहा कि सोमवार को दिन में फिर से लू चलने और अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के पार करने के आसार दिख रहे हैं। सोमवार को शहर का न्यूनतम तापमान 28.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत तापमान से एक डिग्री सेल्सियस अधिक है। दिल्ली में सुबह साढ़े आठ बजे सापेक्ष आर्द्रता 37 प्रतिशत रिकॉर्ड की गई।
IMD के मुताबिक, पिछले एक सप्ताह अधिकतम तापमान में गिरावट के बाद फिर से गर्मी ने लोगों के झुलसाना शुरू कर दिया है जो आगे 45 डिग्री सेल्यियस तक जा सकता है। आईएमडी के मुताबिक, हवा की मध्यम गति के कारण सुबह से लेकर देर शाम तक लू की स्थिति बनी रह सकती है। हालांकि, इसमें राहत की बात यह है कि फिलहाल शुष्क गर्मी का दौर रहेगा और इस दौरान आर्द्रता का स्तर कम रहेगा क्योंकि तापमान में वृद्धि के कारण आर्द्रता संतुलित हो जाएगी लेकिन रातें बेचैनी भरी हो सकती हैं। रात का अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रह सकता है। IMD ने कहा है कि इस महीने के अंत में निर्धारित समय पर मानसून के आगमन से ही दिल्लीवासियों को राहत मिलने की संभावना है।
दूसरी तरफ, मौसम विभाग ने कहा है कि अरब सागर शाखा की दक्षिण-पश्चिम मॉनसून तेजी से आगे बढ़ रही है और उसके आगे बढ़ने की परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई है। IMD के मुताबिक मॉनसून केरल, कर्नाटक, गोवा, लक्षद्वीप, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और कोंकण के क्षेत्रों में पहुंच चुकी है। मौसम विभाग ने कहा है कि मुंबई और आसपास मूसलाधार बारिश होने की संभावना है। फिलहाल मुंबई के कई उपनगरीय इलाकों में 60 से 121 मिमी तक बारिश रिकॉर्ड की गई है।
IMD ने ताजा बुलेटिन में कहा है कि तेलंगाना में अलग-अलग स्थानों पर अगले तीन दिनों के दौरान बिजली गिरने और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाओं के साथ बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग ने अगले सात दिनों के दौरान राज्य में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान लगाया है।
IMD द्वारा जारी मॉनसून की नई सैटेलाइट इमेजरी से पता चलता है कि मॉनसून गुजरात के दक्षिणी हिस्से के करीब पहुंच चुका है। अगले दो दिनों में यह गुजरात में प्रवेश कर सकता है। इसके अलावा महाराष्ट्र के आधे हिस्से, तेलंगाना के तीन चौथाई हिस्स और दक्षिणी आंध्र प्रदेश को ढक चुका है। पूर्वोत्तर में भी मॉनसूनी बारिश हो रही है लेकिन तीन जून के बाद से मॉनसून बिहार-बंगाल सीमा पर अटका पड़ा है और वहां से आगे नहीं बढ़ पा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक वेस्ट यूपी के ऊपर एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, जिसकी वजह से बंगाल खाड़ी की मॉनसून अटका पड़ा है। वैसे IMD ने उम्मीद जताई है कि इस हफ्ते के अंत तक बिहार, झारखंड समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी बारिश होने के आसार हैं।