महाराष्ट्र
लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में उथल-पुथल के कयास लग रहे हैं। कहा जा रहा है कि खराब नतीजों के बाद एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना और अजित पवार वाली एनसीपी के तमाम विधायक टूट सकते हैं। इस बीच विधानसभा में कांग्रेस के नेता सदन विजय वडेट्टीवार ने दावा किया है कि एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी के 40 विधायक उनके संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि ये विधायक घर वापसी करना चाहते हैं। वडेट्टीवार ने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजे बता रहे हैं कि हवा किस ओर है। इसलिए विधायक भी हवा का रुख भांपते हुए पाला बदलना चाहते हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि चुनाव नतीजों का असर विधानसभा चुनाव पर भी देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा, 'हमें भरोसा है कि राज्य में शरद पवार की एनसीपी, उद्धव की शिवसेना और कांग्रेस की सरकार वापस लौटेगी।'कांग्रेस लीडर ने कहा कि चुनाव नतीजों के ट्रेंड बताते हैं कि महाविकास अघाड़ी को राज्य की कुल 150 विधानसभा सीटों पर जीत मिली है। वहीं महायुति को 130 सीटों पर ही बढ़त मिल पाई। बता दें कि महाराष्ट्र में कुल 288 विधानसभा सीटें हैं। लोकसभा चुनाव के नतीजों को देखते हुए कांग्रेस, शरद पवार और उद्धव ठाकरे की उम्मीदें परवान चढ़ गई हैं।
विजय वडेट्टीवार ने कहा कि शिवसेना और एनसीपी से टूटे 40 विधायकों को लगता है कि अब महाविकास अघाड़ी की सत्ता आएगी। इसलिए ये लोग अपने मूल दलों की ओर लौटना चाहते हैं। इसके लिए ये विधायक आग्रह कर रहे हैं। शरद पवार की एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने भी कहा है कि कुछ विधायक संपर्क में हैं। यही नहीं सूत्रों का कहना है कि ऐसे कुछ विधायकों ने लोकसभा चुनावों में मदद भी की थी। अजित पवार गुट के एक विधायक का हवाला देते हुए एक रिपोर्ट में कहा गया है, 'हम यहां केंद्रीय एजेंसियों से बचने के लिए हैं। भाजपा अब 2014 और 2019 जैसी पावरफुल नहीं रही। यदि जेडीयू और टीडीपी ने अलग रास्ता चुना तो फिर यह सरकार गिर भी सकती है।'
अजित पवार ने की चाचा शरद की तारीफ, लगने लगे कयास
बता दें कि खुद अजित पवार ने सोमवार को एनसीपी के 25 साल पूरे होने के मौके पर शरद पवार की तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि शरद पवार ने 25 साल पहले इस पार्टी को खड़ा किया था। उनका कहना था कि शरद पवार आज भी एनसीपी के मुखिया हैं और मार्गदर्शक हैं।