बुधनी
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश भर के मामा और भैया यानि कि शिवराज सिंह चौहान की देश की राजनीति में एंट्री हो गई है. उन्हें मोदी कैबिनेट में अहम मंत्रालयों की जिम्मेदारी दी गई है. अब शिवराज सिंह चौहान केंद्र में कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालेंगे. ऐसे में आने वाले दिनों में बुधनी विधानसभा सीट खाली हो जाएगी. इस सीट पर शिवराज के बाद अब कौन कमान संभालेगा? इसको लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं. ऐसा माना जा रहा है कि इस सीट से शिवराज के बेटे कार्तिकेय चौहान भी चुनाव लड़ सकते हैं. आइये जानते हैं कौन हो सकता है बुधनी उपचुनाव का उम्मीदवार?
बुधनी से कौन होगा उपचुनाव में उम्मीदवार?
केंद्रीय मंत्री बनने के बाद शिवराज सिंह चौहान विधायक पद से जल्द ही इस्तीफा देंगे. ऐसे बुधनी विधानसभा सीट पर उपचुनाव होगा. इस सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर अभी से राजनीतिक सुगबुगाहट तेज हो गई है. इस सीट पर शिवराज सिंह के बेटे कार्तिकेय चौहान का नाम बड़ी तेजी से चल रहा है. सूत्रों की माने तो पार्टी आलाकमान बुधनी विधानसभा सीट से कार्तिकेय सिंह चौहान को चुनावी मैदान में उतार सकती है.
ऐसा इसलिए क्योंकि मध्य प्रदेश में कई बड़े नेताओं के बेटे राजनीति में लंबे समय से सक्रिय चल रहे हैं. इसमें पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान भी शामिल हैं. ऐसा माना जा रहा है कि बुधनी उपचुनाव के जरिए कार्तिकेय की राजनीति में बड़ी ही आसानी के साथ एंट्री हो सकती है. कार्तिकेय लंबे समय से अपने विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय हैं. लगातार कार्यकर्ताओं से मेल मुलाकात कर रहे हैं.
शिवराज के लिए सीट खाली करने का मिलेगा ईनाम?
विदिशा लोकसभा सीट से सांसद रहे रमाकांत भार्गव का टिकट इस चुनाव में काट दिया गया था. उनकी जगह पर शिवराज सिंह चौहान को चुनावी मैदान में उतारा गया था. तो वहीं एक समय पर राजेंद्र सिंह राजपूत ने भी शिवराज सिंह चौहान के बुधनी विधानसभा छोड़ी थी. जिसके बाद शिवराज सिंह चौहान यहां से विधायक चुने गए थे. ऐसे में विधानसभा उपचुनाव में बुधनी विधानसभा सीट से ये दोनों नाम प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं. हालांकि बीजेपी की रणनीति को हर कोई जानता है, उपचुनाव में हो सकता है बीजेपी कोई नया प्रयोग भी कर सकती है.
क्या बीजेपी बनाएगी नेता पुत्रों को अपना प्रत्याशी?
शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे के बाद बीजेपी उपचुनाव को लेकर क्या रणनीति बनाती है. इसका पता चलेगा. हालांकि परिवारवाद पर हमेशा सवाल खड़ा करने वाली बीजेपी क्या नेता पुत्रों को उपचुनाव में टिकट देती है या नहीं ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा. लेकिन अगर बुधनी विधानसभा सीट पर उपचुनाव होते हैं. तो इस वक्त कार्तिकेय सिंह चौहान प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं.