छिंदवाड़ा
जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले में छिंदवाड़ा के जवान कबीर दास उईके शहीद हो गए। मंगलवार रात 8 बजे कठुआ जिले के हीरानगर स्थित सैदा सुखल गांव में आतंकी हमला हुआ। हमले में सीआरपीएफ के कॉन्स्टेबल कबीर दास उईके गोली लगने से घायल हो गए थे। बुधवार सुबह वे शह
35 साल के कबीर दास उईके छिंदवाड़ा की बिछुआ तहसील के पुलपुलडोह के रहने वाले थे। 2011 में उन्होंने सीआरपीएफ जॉइन की थी। 4 साल पहले उनकी शादी हुई थी। परिवार में मां इंदरवति उईके, पत्नी ममता उईके और छोटा भाई है। दो बहनों की शादी हो चुकी है। पिता का निधन हो चुका है।
सीआरपीएफ कॉन्स्टेबल कबीर का अंतिम संस्कार गुरुवार को पैतृक गांव पुलपुलडोह में होगा। शव विशेष वाहन से नागपुर से गांव लाया जाएगा। मां ने बताया कि 8 दिन पहले ही 20 दिन की छुट्टी के बाद वे ड्यूटी पर लौटे थे। उनकी पोस्टिंग भोपाल में होने वाली थी।
कठुआ में आतंकी से मुठभेड़ में सीआरपीएफ के कॉन्स्टेबल कबीर दास को गोली लगी थी। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बुधवार सुबह इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।
कठुआ में आतंकी से मुठभेड़ में सीआरपीएफ के कॉन्स्टेबल कबीर दास को गोली लगी थी। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बुधवार सुबह इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।
चार भाई – बहन में सबसे बड़े थे, सांसद-महापौर मिलने पहुंचे
शहीद हुए कबीर चार भाई – बहन में सबसे बड़े थे। उनसे छोटे भाई खेती करते हैं। अभी शादी नहीं हुई है। मुख्य तौर पर कबीर की सैलरी पर पूरा परिवार आश्रित रहता था। परिवार के पास करीब 6 एकड़ ही खेती है। जवान के शहीद होने की खबर पर परिवार में शोक छा गया। छिंदवाड़ा सांसद विवेक बंटी साहू और महापौर विक्रम अहाके शहीद के घर पहुंचे। परिवार को ढांढस बंधाया।
नकुलनाथ ने शोक जताया
छिंदवाड़ा से पूर्व सांसद नकुलनाथ ने शोक व्यक्त करे हुए ट्वीट किया, 'देशसेवा में आपके द्वारा दिए गए सर्वोच्च बलिदान का देश सदैव ऋणी रहेगा। समस्त छिंदवाड़ा वासियों को आप पर गर्व है।'