दोहा
भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान गुरप्रीत सिंह संधू ने कतर के खिलाफ विश्व कप क्वालीफाइंग के करो या मरो मैच में 1-2 से हार के बाद कहा कि इस ‘दुर्भाग्यपूर्ण परिणाम’ से पता चलता है कि टीम को अब हर तरह से आक्रामकता दिखाने की जरूरत है।
भारतीय टीम लालियानजुआला चांगटे के 37वें मिनट में किये गये गोल की बदौलत निर्धारित समय से 15 मिनट पहले तक आगे चल रही थी। लेकिन दक्षिण कोरिया के रेफरी ने कतर के गोल को सही करार दे दिया जबकि ऐसा लग रहा था कि गेंद खेल के क्षेत्र से बाहर जा चुकी थी। इस विवादास्पद फैसले के कारण भारत की लय प्रभावित हुई और एशियाई चैम्पियन कतर ने 85वें मिनट में अहमद अल रावी की बदौलत अपना दूसरा गोल कर दिया।
गुरप्रीत ने एक्स पर की गई पोस्ट में कहा, ‘‘हमें खुद पर भरोसा था। इतना सब कुछ हो जाने के बावजूद हमारे पास मौका था। हमारे खिलाड़ियों ने मैदान पर अपना सब कुछ झोंक दिया था लेकिन इसके बावजूद हम अनुकूल परिणाम हासिल नहीं कर पाए।’’
उन्होंने कहा,‘‘कल का दुर्भाग्यपूर्ण परिणाम और बराबरी का गोल हमारे लिए एक सबक है कि अब हमें आगे किस तरह से खेलना है। आपको हर तरह से आक्रामकता दिखानी होगी। कोई भी हमें जीत को थाली में सजा कर नहीं देगा। हमें इसे हासिल करना होगा।’’ गुरप्रीत ने सुनील छेत्री की जगह कप्तानी की जिम्मेदारी संभाली है जिन्होंने पिछले सप्ताह कुवैत के खिलाफ मैच खेल कर अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल को अलविदा कह दिया था।