रायपुर
राज्य सरकार ने ‘अमृतकाल: छत्तीसगढ़ विजन @ 2047 के लिए जनप्रतिनिधियों और आम लोगों से सुझाव मांगे हैं। सभी मंत्रियों और विधायकों को पत्र लिखकर विजन डाक्यूमेंट तैयार करने सुझाव देने का आग्रह किया है। ये सुझाव 30 जून तक मंगाए गए हैं। सुझाव लिखित में या फिर वेब पोर्टल मोर सपना-मोर विकसित छत्तीसगढ़ के जरिए दिए जा सकते हैं।
वित्त एवं योजना मंत्री ओपी चौधरी ने बताया कि विकसित भारत की तर्ज पर विकसित छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार करने के लिए विजन डाक्यूमेंट 2047 तैयार किया जा रहा है। राज्य सरकार ने ‘‘अमृतकालः छत्तीसगढ़ विजन @ 2047’’ से संबंधित विजन डाक्यूमेंट तैयार करने का जिम्मा राज्य नीति आयोग को सौंपा है। इस संबंध में आयोग सभी विभागों व विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों से विचार-विमर्श भी कर रहा है।
जनप्रतिनिधियों एवं आम नागरिकों से भी विकसित छत्तीसगढ़ की उनकी परिकल्पना साझा करने के लिए आयोग ने एक वेब पोर्टल ‘मोर सपना-मोर विकसित छत्तीसगढ़ तैयार किया है, जिसके जरिए वे अपने सुझाव दे सकते हैं। चौधरी ने मंत्रियों और विधायकों को लिखे पत्र में कहा है कि विकसित छत्तीसगढ़ की परिकल्पना के संबंध में अपना सुझाव 30 जून 2024 तक सदस्य-सचिव, राज्य नीति आयोग, नीति भवन, नवा रायपुर को या फिर आयोग के वेब पोर्टल शमोर सपना-मोर विकसित छत्तीसगढ़ के जरिए भेज सकते हैं।
एक नवंबर को जारी होगा डाक्यूमेंट
राज्य स्थापना दिवस पर विजन डाक्यूमेंट-2047 जारी किया जाएगा। इससे पहले विभागों की समीक्षा बैठक आयोजित की जा चुकी है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में विभागीय बैठक में सभी विभागों से सुझाव आमंत्रित करने की प्रक्रिया जारी है, जिसमें वन, पर्यावरण, स्वास्थ्य, शिक्षा, अधोसंरचना, यातायात, खेल, कौशल विकास,ग्रामीण विकास, आदिवासी क्षेत्रों में विकास, जनजाति विकास, पंचायत, महिला एवं बाल विकास, पशुधन, धर्मस्व एवं संस्कृति आदि विभागों से सुझाव मिलना शुरू हो चुका है।
बजट में की गई थी घोषणा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने की परिकल्पना की है। इस परिकल्पना को साकार करने विधानसभा के बजट सत्र 2024 में घोषणा की गई थी कि राज्य स्थापना दिवस एक नवंबर 2024 को राज्य का विजन डाक्यूमेंट ‘अमृतकालः छत्तीसगढ़ विजन @ 2047’जारी कर प्रदेश को समर्पित किया जाएगा। इस विजन डाक्यूमेंट में छत्तीसगढ़ के विकास पर बात की जाएगी। 2047 छत्तीसगढ़ को किस तरह विकास की दिशा आगे ले जा सकते हैं। इस पर सुझाव दिए जा सकते हैं।