भोपाल
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश में पर्यटन और व्यापार को नई ऊंचाई पर पहुंचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। आज 13 जून को “पीएमश्री पर्यटन वायु सेवा” का शुभारंभ होगा, जिससे राज्य के विभिन्न पर्यटन स्थलों के बीच की दूरी कम होगी और सफर और भी आनंददायी बन जाएगा।
8 शहरों को मिलेगा हवाई सेवा का लाभ:
दरअसल इस नई वायु सेवा के तहत प्रदेश के 8 प्रमुख शहरों – भोपाल, इंदौर, जबलपुर, रीवा, उज्जैन, ग्वालियर, सिंगरौली और खजुराहो को हवाई मार्ग से जोड़ा जाएगा। जानकारी के मुताबिक दो 6 सीटर एयरक्राफ्ट इन शहरों के बीच उड़ान भरेंगे, जिससे इन स्थानों के बीच की दूरी और समय में कमी आएगी। इसके साथ ही इसकी शुरुआत करते हुए इसकी पहली फ्लाइट भोपाल-जबलपुर-रीवा-सिंगरौली की होगी।
पीएमश्री पर्यटन वायु सेवा के शेड्यूल की जानकारी इस प्रकार है:
सोमवार:
भोपाल से इंदौर: सुबह 6:15 से 7:10 बजे और शाम 4:00 से 4:55 बजे
भोपाल से जबलपुर: सुबह 6:15 से 9:55 बजे (एक स्टॉप)
भोपाल से रीवा: सुबह 6:15 से 1:10 बजे (दो स्टॉप)
मंगलवार:
भोपाल से ग्वालियर: सुबह 8:15 से 10:05 बजे
भोपाल से उज्जैन: दोपहर 1:00 से 1:55 बजे
भोपाल से इंदौर: दोपहर 1:00 से 2:40 बजे (एक स्टॉप)
बुधवार:
भोपाल से जबलपुर: सुबह 7:45 से 9:15 बजे
गुरुवार:
भोपाल से रीवा: सुबह 7:45 से 11:05 बजे (एक स्टॉप)
भोपाल से सिंगरौली: सुबह 7:45 से दोपहर 12:00 बजे (दो स्टॉप)
शुक्रवार:
भोपाल से जबलपुर: सुबह 7:45 से 9:15 बजे
भोपाल से खजुराहो: सुबह 7:45 से 11:30 बजे (एक स्टॉप)
शनिवार:
भोपाल से ग्वालियर: सुबह 8:15 से 10:05 बजे
रविवार:
भोपाल से उज्जैन: सुबह 6:00 से 6:55 बजे
भोपाल से इंदौर: सुबह 9:00 से 11:25 बजे (एक स्टॉप)
पर्यटन और व्यापार को मिलेगा बढ़ावा:
दरअसल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के इस फैसले से नई वायु सेवा सिर्फ पर्यटन के क्षेत्र में ही नहीं, बल्कि उद्योग, व्यापार, स्वास्थ्य, शिक्षा, संस्कृति और कला के प्रचार-प्रसार में भी लाभदायक होगी। इससे राज्य के प्रमुख शहरों के बीच आवागमन सुगम होगा और विभिन्न क्षेत्रों में विकास को गति मिलेगी।
शुभारंभ समारोह:
“पीएमश्री पर्यटन वायु सेवा” का शुभारंभ समारोह भोपाल में आज 13 जून को आयोजित होगा। इसके बाद 15 जून को ग्वालियर और 16 जून को उज्जैन से हवाई यात्रा की शुरुआत होगी। इस वायु सेवा के माध्यम से पर्यटकों और व्यवसायियों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान की जाएगी, जिससे मध्यप्रदेश में पर्यटन और व्यापार की संभावनाएं और बढ़ेंगी।