लखनऊ
यूपी में लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) ने बढ़िया प्रदर्शन किया है. सपा की इस जीत में खास बात यह कि इस बार पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव दोनों ही चुनाव जीत गए हैं. अब दोनों एक साथ ससंद में नजर आएंगे. इस तरह अखिलेश और डिंपल उत्तर प्रदेश के पहले ऐसे जोड़े होंगे जो एक साथ लोकसभा में पहुंचे हैं.
अखिलेश और डिंपल इससे पहले 17वीं लोकसभा के सदस्य थे, लेकिन अलग-अलग समय पर. 2019 में अखिलेश ने आजमगढ़ से जीत दर्ज की थी, जबकि डिंपल को कन्नौज में बीजेपी के सुब्रत पाठक से हार का सामना करना पड़ा था.
इससे पहले पप्पू यादव और उनकी पत्नी रंजीत रंजन बिहार से दो बार 2004 और 2014 में एक साथ लोकसभा पहुंचे थे, लेकिन अलग-अलग पार्टियों के सिंबल पर. इसके अलावा धर्मेंद्र और हेमा मालिनी भी एक साथ ससंद पहुंच चुके हैं, लेकिन दोनों अलग-अलग सदनों में थे. धर्मेंद्र लोकसभा में और हेमा मालिनी राज्यसभा में थीं.
बता दें कि यूपी की 80 सीटों में सपा ने 37 पर जीत दर्ज की है. जबकि, बीजेपी को 33 सीटें मिली हैं. वहीं, कांग्रेस को 6 सीट, रालोद को 2 सीट, आजाद समाज पार्टी और अपना दल (एस) को एक-एक सीट हासिल हुई है. मायावती की पार्टी बसपा का खाता नहीं खुला है.
कन्नौज से जीते अखिलेश
कन्नौज लोकसभा सीट से सपा मुखिया अखिलेश यादव ने बीजेपी के सुब्रत पाठक को 170922 वोटों से हराया है. अखिलेश को 642292 वोट मिले, वहीं सुब्रत को 471370 मत प्राप्त हुए. इससे पहले (2019) इस सीट पर सुब्रत पाठक ने अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल को चुनाव हरा दिया था.
डिंपल ने मैनपुरी से हासिल की जीत
मैनपुरी लोकसभा सीट से सपा की डिंपल यादव ने 221639 वोटों से जीत दर्ज की है. उन्हें 598526 वोट मिले. जबकि, उनके निकटतम प्रतिद्वंदी बीजेपी के जयवीर सिंह को 376887 मत प्राप्त हुए हैं.
2019 के चुनाव में मैनपुरी सीट से सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने जीत हासिल की थी. इस चुनाव में सपा-बसपा-आरएलडी ने मिलकर चुनाव लड़ा था. मुलायम सिंह ने इस चुनाव में 94 हजार वोटों से जीत हासिल की थी और उन्हें 53.75 फीसदी वोट मिले थे. इस सीट को समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है.