बिजनाैर
बिजनौर जनपद के हीमपुर दीपा थाना क्षेत्र के गांव जलालपुर हसना में एक महिला ने अपने चार वर्षीय बच्चे की हत्या कर दी थी। पूछताछ में बताई उसकी कहानी से हर कोई हैरान है। शुरुआती पूछताछ में महिला ने कहा था कि मां ने सपने में आकर बेटे की भेंट मांगी और उसने दे दी। वहीं, मनोरोग विशेषज्ञ चिकित्सक इस घटना को सुनकर महिला को साइकोसिस होने की आशंका जता रहे हैं।
महिला ने उस वक्त घटना को अंजाम दिया, जब घर में वह और उसका चार वर्षीय बेटा हर्ष उर्फ कल्लू घर में था। बालक के पिता खेत पर गए थे। घटना से पहले बालक को उसके दादा ने पॉपकॉर्न दिलाया था। जिसे लेकर वह घर गया था। इस दौरान ही मां आदेश ने बेटे हर्ष उर्फ कल्लू के गले पर फावड़ा चलाया। हालांकि गर्दन पूरी तरह से नहीं कटी थी, लेकिन गहरा घाव बन गया था।
इसके बाद उसने बच्चे को लहूलुहान हालत में लकड़ियां रखकर उसे जिंदा ही जलाने का प्रयास किया। इसी बीच उसका पिता घर लौटा तो उसने बालक के बारे में पूछा। वह पशुशाला के पास धुआं उठता देखकर वहां पहुंचा तो उसका बेटा लकड़ियों में जल रहा था।
बच्चे की सांस चलती देख वह उसे एक निजी चिकित्सक के पास ले गया। रास्ते में बालक ने दो हिचकियां लीं। इसके बाद चिकित्सक ने बालक को मृत घोषित कर दिया। महिला कुछ भी बोल नहीं बोली। हालांकि महिला ने पुलिस पुछताछ में बताया कि उसके पास मां आई थी। जिसने कहा कि उसके बेटे को हम अपने साथ ले जाएंगे। मार कर दे दे और उसने बेटे को दे दिया।
मृतक के पिता कपिल ने बताया कि सुबह वह ठीक थी। घर में दाल बनी रखी थी, आटा गुंथा हुआ था, लेकिन यह समझ में नहीं आ रहा था कि आखिरकार उसने यह खौफनाक कदम क्याें उठाया।
महिला के भाई का कहना है कि उसकी बहन मनोरोगी है। उसका डेढ़ साल पहले तक विवेक कॉलेज से इलाज चल रहा था। उधर, ग्रामीण इस घटना से अचंभे में हैं। उनका कहना है कि मासूम की हत्यारी मां घर पर खाना बना रही थी। अचानक ऐसा क्या जुनून चढ़ा कि अपने इकलौते पुत्र को ही हत्या कर उसे जिंदा जला दिया।