मुंबई
ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा ने कहा कि प्रतिभाशाली निशानेबाज रुद्रांक्ष पाटिल का पेरिस ओलंपिक खेलों के लिए भारतीय टीम में जगह नहीं बना पाना दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि कोटा देश का होता है किसी व्यक्तिगत खिलाड़ी का नहीं।
पाटिल ने 10 मीटर एयर राइफल में पेरिस ओलंपिक का कोटा हासिल किया था लेकिन वह भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के चयन ट्रायल में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए तथा संदीप सिंह और अर्जुन बाबूता के बाद तीसरे स्थान पर रहे और इस तरह से भारत की 15 सदस्यीय टीम में जगह नहीं बना पाए।
ओलंपिक के दिशा निर्देशों के अनुसार कोई भी देश किसी एक स्पर्धा में ट्रायल्स में शीर्ष पर रहने वाले दो निशानेबाजों को ही भेज सकता है।
बिंद्रा ने यहां एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से कहा,‘‘देखिए चयन के लिए एक उचित प्रक्रिया तैयार की गई है और उन्होंने भी उसका पालन किया है। अगर उसका पालन नहीं किया जाता तो तब भी आप इस तरह के सवाल पूछते। लेकिन सभी के लिए एक निष्पक्ष प्रक्रिया रखी गई थी और इसका पालन किया गया।’’
उन्होंने कहा,‘‘यह देश के लिए निर्धारित प्रक्रिया है। कई देश इस प्रक्रिया का पालन करते हैं। ऐसा नहीं है कि सिर्फ भारत ही इस प्रक्रिया का पालन कर रहा है। कोटा किसी खिलाड़ी का नहीं होता है। यह देश का है और यह प्रक्रिया काफी पहले ही निर्धारित कर दी गई थी। ’’
बिंद्रा ने एनआरएआई के फैसले का समर्थन किया और कहा कि एक निश्चित प्रणाली का अनुसरण किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा,‘‘मुझे लगता है कि प्रक्रिया का पालन करने के लिए महासंघ को श्रेय देना चाहिए। हम स्पष्ट प्रणाली ही तो चाहते हैं और इस प्रणाली का पालन किया गया। कुछ खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा और कुछ को निराशा हाथ लगेगी। यह सामान्य बात है।’’
बिंद्रा ने कहा,‘‘निश्चित तौर पर पाटिल के लिए मुझे बुरा लग रहा है जो एक अच्छा खिलाड़ी है और लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। लेकिन वह अभी युवा है और मुझे पूरा विश्वास है कि भविष्य में उसे कई मौके मिलेंगे।’’
बीजिंग ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता ने भारत की उम्मीद के बारे में कहा, ‘‘मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे खिलाड़ी इस बार अच्छा प्रदर्शन करेंगे। मुझे पता है कि आपका अगला सवाल होगा कि हमारे निशानेबाज तोक्यो में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए थे लेकिन इस बार मैं अच्छे प्रदर्शन के प्रति आश्वस्त हूं।’’