नई दिल्ली
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के वरिष्ठ सदस्य इंद्रेश कुमार की हालिया टिप्पणी पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि आज की तारीख में संघ को कोई भी गंभीरता से नहीं लेता। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स में कहा, "आरएसएस को कौन गंभीरता से लेता है? पीएम मोदी भी उन्हें गंभीरता से नहीं लेते, तो हम क्यों लें? अगर वह (इंद्रेश कुमार) समय पर बोलते, तो हर कोई उन्हें गंभीरता से लेता लेकिन उस समय वे (आरएसएस) चुप रहे और सत्ता का आनंद लेते रहे।" खेड़ा ने यह भी कहा कि बीते 10 वर्षों में मोहन भागवत ने भी कई अहम मुद्दों पर चुप्पी साधे रखी, लेकिन वह अब बोल रहे हैं।
बता दें कि मोहन भागवत के बयान के बाद संघ नेता इंद्रेश कुमार ने सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी इंडिया अलायंस की आलोचना की थी और सत्तारूढ़ बीजेपी को 'अहंकारी' और विपक्षी इंडिया ब्लॉक को 'राम विरोधी' करार दिया था। इंद्रेश कुमार ने कहा, "राम सबके साथ न्याय करते हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव को ही देख लीजिए। जिन्होंने राम की भक्ति की, लेकिन उनमें धीरे-धीरे अंहकार आ गया, उस पार्टी को सबसे बड़ी पार्टी बना दिया लेकिन जो उसको पूर्ण हक मिलना चाहिए, जो शक्ति मिलनी चाहिए थी, वो भगवान ने अहंकार के कारण रोक दी।"
इंद्रेश कुमार ने आगे कहा, "जिन्होंने राम का विरोध किया, उन्हें बिल्कुल भी शक्ति नहीं दी। राम का विरोध करने वालों में से किसी को भी सत्ता नहीं मिली, यहां तक कि सभी को मिलाकर दूसरे नंबर पर खड़ा कर दिया गया।" जयपुर में उन्होंने कहा कि भगवान का न्याय बडा सत्य है, बड़ा आनंददायक है। उन्होंने स्पष्ट रूप से सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन दोनों पर निशाना साधा। हालांकि, उन्होंने किसी पार्टी का नाम नहीं लिया।
इंद्रेश कुमार ने कहा, “लोकतंत्र में रामराज्य का ‘विधान’ देखिए, जिन्होंने राम की भक्ति की, लेकिन धीरे-धीरे अहंकारी हो गए, वह पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, लेकिन जो वोट और सत्ता (अकेले पूर्ण बहुमत) मिलनी चाहिए थी, उसे भगवान ने अहंकार के कारण रोक दिया।’’ उन्होंने कहा कि भक्ति करने वाली पार्टी अहंकारी हो गई, उसे 241 पर ही भगवान ने रोक दिया, लेकिन उसे सबसे बड़ी पार्टी बना दिया और जिनकी राम में आस्था नहीं थी, उन सबको मिलकर भगवान ने 234 पर रोक दिया ।
कुमार जयपुर के पास कानोता में ‘रामरथ अयोध्या यात्रा दर्शन पूजन समारोह’ को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा, ‘‘जिसने लोगों पर अत्याचार किया, राम जी ने उससे कहा कि पांच साल आराम करो, अगली बार देखेंगे कि तुम्हारे साथ क्या करना है।’’ उन्होंने कहा कि राम ने सबको न्याय दिया, देते हैं और देते रहेंगे, राम हमेशा न्यायप्रिय थे और रहेंगे।