नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव नतीजों पर आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार के बयान पर योग गुरु रामदेव ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने शुक्रवार को हरिद्वार के हरी सेवा आश्रम में चल रहे संत सम्मेलन में मीडिया से बातचीत में कहा कि पीएम मोदी ने 'सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास' के अपने आदर्श वाक्य के साथ देश को आगे बढ़ाया है. रामदेव ने कहा, 'राजनीतिक टिप्पणियां अक्सर होती रहती हैं. भगवान राम सभी के हैं; यह राष्ट्र सभी का है और हम सभी एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं. जाति, संप्रदाय और विचारधाराओं के आधार पर विभाजन पैदा करना राष्ट्रीय एकता के लिए ठीक नहीं है.'
रामदेव ने आगे कहा, 'पिछले एक दशक में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक रूप से आगे बढ़ाया है. चुनौतियों के बावजूद, मेरा दृढ़ विश्वास है वह देश को आगे ले जाना जारी रखेंगे.' लोकसभा चुनाव के नतीजों पर टिप्पणी करते हुए आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने एक बयान में कहा था, '2024 में राम राज्य का विधान देखिए, जिनमें राम की भक्ति थी और धीरे-धीरे अहंकार आ गया, उन्हें 240 सीटों पर रोक दिया. जिनकी राम के प्रति आस्था नहीं थी, उन सबको 234 पर रोक दिया. यही प्रभु का न्याय है.'
पीएम मोदी का व्यक्तित्व हिमालय जैसा: रामदेव
इंद्रेश कुमार की इस टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर रामदेव ने ने कहा, 'पीएम नरेंद्र मोदी का नेतृत्व, नीतियां, चरित्र और व्यक्तित्व इतना बड़ा है और यह वर्षों की तपस्या के कारण है. पीएम मोदी के सामने कोई नहीं टिक सकता; उनका व्यक्तित्व हिमालय जैसा है.' हालांकि, एक दिन बाद ही इंद्रेश कुमार ने बाद में अपने बयान पर यू-टर्न ले लिया. उन्होंने एक बयान में कहा, 'देश का वातावरण इस समय में बहुत स्पष्ट है- जिन्होंने राम का विरोध किया वो सब सत्ता से बाहर हैं, जिन्होंने राम की भक्ति का संकल्प लिया आज वो सत्ता में हैं और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार सरकार बन गई है. उनके नेतृत्व में देश प्रगति करेगा- यह विश्वास लोगों में है. हमें उम्मीद है कि यह भरोसा कायम रहेगा.'
नरेंद्र मोदी ने 9 जून को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक भव्य समारोह में भारत के प्रधानमंत्री के रूप में अपने लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ ली थी. उनके शपथ ग्रहण समारोह में भारत के पड़ोसी और हिंद महासागर क्षेत्र के देशों के राष्ट्राध्यक्षों और नेताओं ने भाग लिया. 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए ने 293 सीटें जीतकर तीसरी बार बहुमत हासिल किया. वहीं भाजपा ने 543 सदस्यीय निचले सदन में अपने दम पर 240 सीटें जीतीं, जहां बहुमत का आंकड़ा 272 है. गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के बाद लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए पीएम पद की शपथ लेने वाले दूसरे नेता हैं.