भोपाल
बैंक ऑफ इंडिया का मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में कुल कारोबार बढ़कर 85 हजार करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। ग्राहकों तक पहुंचने के लिए बैंक में आउटरीच प्रोग्राम शुरू किया है। इन्हें सभी 500 शाखाओं में हर महीने चलाया जा रहा है। बैंक ने अपना नॉन परफार्मिंग एसेट्स (एनपीए) कम भरने के दो नेगोशिटवल सैटलमेंट स्कीम्स बीओआई संजीवनी और बीओआई ओडीएस चला रहा है। यह जानकारी बैंक के कार्यपालक निदेशक राजीव मिश्रा ने भोपाल प्रवास के दौरान दी। इस अवसर पर बैंक के जीएम (एफजीएमओ) प्रमोद कुमार द्विवेदी और जोनल मैनेजर गुरुप्रसाद गौड भी मौजूद रहे। अपनी भोपाल यात्रा के दौरान ईडी श्री मिश्रा ने बैंक के कारोबार की समीक्षा करने के साथ ही कई कार्यक्रमों में भाग लिया।
मिश्रा ने बताया कि बैंक के पास ऐसे बचत खाते वाले उत्पाद भी है जिसमें यदि किसी की मृत्यु हो जाती है तो बिना किसी प्रीमियम दिए खाताधारक के नामिनी को 50 लाख रुपए तक की राशि प्रदान की जाती है। उन्होंतने बताया कि अभी हाल ही में बैंक ऑफ इंडिया ने अपनी खमरिया शाखा, जबलपुर अंचल के एक सैलरी खाता के नामिनी को 50 लाख रुपए की राशि बिना प्रीमियम के प्रदान की।
मिश्रा ने बैंक ऑफ़ इंडिया के अरेरा हिल्स स्थित परिसर में पौधारोपण भी किया। इसी के साथ कार्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला भोपाल को एक एम्बुलेंस की चाबी प्रदान की गई। उन्होंने बताया कि बैंक के पास छोटे मूल्य के खातों और मध्यम आकार के खातों के निपटान के लिए विशेष ओटीएस योजनाएं हैं। इस अवसर पर बैंक के कुछ चयनित ग्राहकों को ऋण आवेदन भी आवंटित किए गए।
समझौता दिवस का आयोजन
इस अवसर पर बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई)ने देश भर में अपनी सभी शाखाओं, अंचल और एफ़जीएमओ में एकमुश्त समझौता (ओटीएस) के तहत उधारकर्ताओं के एनपीए ऋण खातों का निपटान करने के लिए समझौता दिवस का आयोजन किया। समझौता दिवस विशेष रूप से उन एनपीए उधारकर्ताओं के लिए आयोजित किया गया, जो उधारकर्ता व्यवसाय चिकित्सा स्थिति में परेशानी या किसी अन्य वास्तविक कारण के कारण समय पर ऋण नहीं चुका सके। बैंक के पास छोटे मूल्य के खातों और मध्यम आकार के खातों के निपटान के लिए विशेष ओटीएस योजनाएं हैं। ओटीएस समझौता के तहत बैठक में आमंत्रित एफ़जीएमओ के कई बड़े एनपीए उधारकर्ताओं से बात करके समाधान किया गया।
बैंक आईटी क्षेत्र में विकास की ओर अग्रसर
बैंक ने स्टाफ प्रशिक्षण संस्थान में स्टाफ सदस्यों से पारस्परिक संवाद स्थापित करने हेतु एक सत्र का भी आयोजन किया। इस बैठक की शुरुवात एफ़जीएमओ भोपाल के महाप्रबंधक प्रमोद कुमार द्विवेदी ने अपने स्वागत उद्बोधन से किया, तत्पश्चात कार्यपालक निदेशक राजीव मिश्रा ने विभिन्न बैंकिंग व्यवसायिक मानदंडों पर समीक्षा की और भविष्य की चुनौतियों को रेखांकित किया एवं इसके अनुरूप रोडमैप एवं मार्गदर्शन प्रदान किया। कार्यपालक निदेशक श्री मिश्रा ने सभी स्टाएफ सदस्योंी को बताया कि बैंक आईटी क्षेत्र मंा विकास की ओर अग्रसर है, इसके लिए बैंक निवेश की ओर कदम बढ़ा रही है।
भोपाल आंचलिक प्रबन्धक गुरु प्रसाद गोंड द्वारा कार्यपालक निदेशक महोदय के इस आगमन को एफ़जीएमओ और अंचल के स्टाफ सदस्यों में एक नई ऊर्जा और उत्साह का संचार करना बताया। श्री गोंड ने अंचल एवं स्टाफ की ओर से बैंक के विभिन्न व्यवसायिक मानदंडों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने का आश्वाशन दिया और सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया।