नई दिल्ली
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के आधिकारिक रूप से टी20 वर्ल्ड कप 2024 से बाहर होने के एक दिन बाद टीम के ऑलराउंडर इमाद वसीम ने स्वीकार किया कि 2024 टी20 विश्व कप उनके करियर का सबसे बुरा पल था। यूएसए के खिलाफ उलटफेर झेलने के बाद पाकिस्तान की टीम के पास भारत को हारने का मौका था, क्योंकि 120 रनों का टारगेट पाकिस्तान को चेज करना था, लेकिन पाकिस्तान की टीम इसमें फेल हो गई। इमाद वसीम को इसका कसूरवार माना गया, क्योंकि उन्होंने आखिर में रन नहीं बनाए और काफी गेंदें खेल लीं। इसको लेकर उन्होंने कबूल किया है कि उनकी वजह से टीम हारी, जिसका उनको अफसोस है।
कनाडा के खिलाफ टी20 वर्ल्ड कप 2024 के पाकिस्तान के आखिरी मैच से पहले इमाद वसीम ने कहा, "हां, यह सबसे खराब पल है। आप इससे नीचे नहीं जा सकते। यह सच्चाई है। मुझे पता है कि हम टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं और यह खिलाड़ियों के लिए कठिन है, लेकिन अंत में यह एक अंतरराष्ट्रीय मैच है, एक विश्व कप मैच है, इसलिए हम किसी भी चीज को हल्के में नहीं लेंगे। हम वहां जाकर देश के लिए खेलेंगे और अपने देश के गर्व के लिए खेलेंगे, जैसा कि हमने पहले भी किया था, लेकिन दुर्भाग्य से परिणाम हमारे नियंत्रण में नहीं हैं, लेकिन हां हम वहां जाकर खेलेंगे जैसे कि यह एक विश्व कप मैच है।"
इमाद वसीम ने इंडिया वर्सेस पाकिस्तान मैच को लेकर कहा, "गेम प्लान ये था कि हमें इसे डीप ले जाना था। विकेट खेलने के लिए अच्छा नहीं था। यह थोड़ा मुश्किल था। दुर्भाग्य से, मेरा प्लान प्लान के अनुसार चल रही था, लेकिन एग्जक्यूट नहीं हो रहा था, क्योंकि आमतौर पर जब मैं बल्लेबाजी करता हूं, तो मैं गेंद को गहराई तक ले जाता हूं। अगर मैं दोनों छोर पर कोई बाउंड्री लगाता, तो खेल अलग होता। आमतौर पर दबाव में गेंदबाज आपको एक गेंद दे देता है, जिस पर बाउंड्री लगा सकते हैं, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। मैं खेल को गहराई तक इसलिए ले जा रहा था, क्योंकि मुझे उम्मीद थी कि एक नया बल्लेबाज आकर शॉट नहीं लगा सकता, लेकिन नसीम ने दो अच्छे शॉट लगाए।"
उन्होंने आगे कहा, "मुझे लगता है कि 17वें ओवर में रन बनाना एक महत्वपूर्ण मोड़ था। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसा नहीं हुआ, यह एक इवेंट है, लेकिन यह एक बड़ा मैच था। हमारी टीम और मैं आपसे (पत्रकार) ज्यादा निराश हैं। मैंने टीम को निराश किया, क्योंकि आमतौर पर जब मैं इस स्थिति में जाता हूं, तो मैं बहुत शांत रहता हूं और काम फिनिश करता हूं और यह मेरा काम था जिसे मैं पूरा नहीं कर सका। मुझे इसका पछतावा होगा और मुझे अभी भी इसका पछतावा है, लेकिन यह जीवन है। कभी-कभी आप गलतियां करते हैं, लेकिन जीवन ऐसा ही है। इसलिए, आप कह सकते हैं कि यह मेरे जीवन का एक ऐसा दौर था, जिसे मैं दुर्भाग्य से हासिल नहीं कर सका। मुझे इसका पछतावा होगा, लेकिन मेरा निष्पादन अच्छा नहीं था।"