रायपुर
छत्तीसगढ़ की एक विधानसभा सीट पर उपचुनाव होगा? दरअसल, ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि रायपुर दक्षिण से विधायक और विष्णुदेव साय की सरकार में मंत्री बृजमोहन अग्रवाल इस बार लोकसभा का चुनाव जीत गए हैं। बृजमोहन अग्रवाल ने रायपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस के विकास उपाध्याय को चुनाव हराया है। बृजमोहन अग्रवाल की जीत के बाद यह माना जा रहा है वह तीन से चार दिनों में विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे सकते हैं। हालांकि इस्तीफा कब देंगे इसे लेकर कोई फाइनल डेट नहीं आई है।
बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफे से पहले ही रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर दावेदारों ने अपनी-अपनी दावेदारी पेश की है। सूत्रों का कहना है कि बीजेपी इस सीट पर बृजमोहन अग्रवाल की राय ले सकती है कि यहां से किस नेता को चुनाव मैदान में उतारा जाए। बता दें कि रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट बीजेपी का गढ़ है और यहां से बृजमोहन अग्रवाल जीतते आ रहे हैं।
किन नेताओं का नाम रेस में
बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफे के बाद ही यह साफ होगा कि बीजेपी यहां से किस उम्मीदवार को टिकट देगी। हालांकि दावेदारों की बात करें तो टिकट पाने की इच्छा रखने वाले नेताओं ने अपनी-अपनी लॉबी बैठानी शुरू कर दी है। हालांकि अभी जो नाम सामने आ रहे हैं उनमें से सुभाष तिवारी, सुनील सोनी और केदारनाथ गुप्ता के नाम प्रमुख बताए जा रहे हैं।
कांग्रेस में भी दावेदार
वहीं, संभावित चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। कांग्रेस की तरफ से भी कई दावेदार टिकट पाने की होड़ में शामिल हो गए हैं। बता जा रहा है कि प्रमोद दुबे, कन्हैया अग्रवाल और सन्नी अग्रवाल का नाम इस सीट पर जोरों से चल रहा है।
नगरीय निकाय के साथ हो सकते हैं उपचुनावराज्य में पांच महीने बाद नगरीय निकाय चुनाव हो सकते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि नगरीय निकाय चुनाव के साथ ही रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट पर भी चुनाव हो सकते हैं। बृजमोहन अग्रवाल लगातार 8 बार विधायक रहे हैं और पहली बार सांसद बने हैं। हालांकि छत्तीसगढ़ से बृजमोहन अग्रवाल की जगह तोखन साहू को केन्द्रीय कैबिनेट में जगह मिली है।