पटना
नीट पेपर लीक मामले में बड़ी खबर सामने आई है. बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने नीट पेपर लीक में जिस आरोपी अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया था. उसके नाम पर NHAI के निरीक्षण बंगले में कमरा बुक किया गया था.इसी जगह से आरोपी को तय 'सेफ हाउस' ले जाकर नीट का प्रश्न पत्र दिया गया और उत्तर रटवाए गए थे.
NHAI’s के निरीक्षण बंगले में रटवाया गया था नीट का पेपर
आजतक की टीम ने NHAI के निरीक्षण बंगले में जाकर एंट्री रजिस्टर चेक किया, जिसमें अनुराग यादव के नाम पर चेक किया गया था. अनुराग यादव, नीट पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी जूनियर इंजीनियर सिकंदर प्रसाद यादवेंदु का रिश्तेदार है और नीट का अभ्यर्थी भी है. तहकीकात में पता चला की आरोपी जूनियर इंजीनियर सिकंदर ने NHAI के इसी निरीक्षण बंगले में अनुराग समेत कई लोगों के रुकने का इंतजाम किया था. बाद में इन लोगों को यहीं से बाकी 30 से ज्यादा उम्मीदवारों के लिए तैयार किए गए 'सेफ हाउस' (जहां उत्तर रटवाए गए) ले जाया गया था.
नीट परीक्षा से एक दिन पहले 'सेफ हाउस' में रटवाए जा रहे थे उत्तर
उन्होंने कहा कि ईओयू ने जांच में शामिल होने के लिए 9 उम्मीदवारों (बिहार से सात और उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र से एक-एक) को नोटिस भी जारी किया है. सूत्रों के अनुसार, यह संदेह है कि इन 9 उम्मीदवारों के साथ-साथ बिहार के चार अन्य परीक्षार्थियों को (जिन्हें पहले ही EOU द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है) नीट परीक्षा से एक दिन पहले पटना के पास एक 'सेफ हाउस' में परीक्षा के प्रश्नपत्र मिल गए थे और उत्तर रटवाए जा रहे थे.
जूनियर इंजीनियर सिकंदर प्रसाद यादवेंदु ने रची थी पेपर लीक की साजिश
पुलिस ने पेपर लीक मामले में सबसे पहले सिकंदर नाम के शख्स को पकड़ा था उसके बारे में बिहार पुलिस को इनपुट मिला था. आरोपियों ने कई सेंटरों और सेफ हाउस में पेपर सॉल्वर बिठाए थे. इनके पास पहले से ही प्रश्नपत्र मौजूद थे. जूनियर इंजीनियर सिकंदर प्रसाद यादवेंदु को अखिलेश और बिट्टू के साथ शास्त्रीनगर पुलिस ने बेली रोड पर राजवंशी नगर मोड़ पर नियमित जांच के दौरान गिरफ्तार किया था. अब तक की जांच में पता चला है कि जूनियर इंजीनियर सिकंदर ने पेपर लीक की पूरी साजिश रची थी. इनके पास से कई नीट प्रवेश पत्र मिले थे. यादवेंदु द्वारा बताए गए इनपुट के आधार पर छापेमारी के बाद आयुष, अमित और नितिश को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद पेपर लीक को लेकर बिहार के नालंदा के संजीव सिंह को भी गिरफ्तार किया गया.
नीट पेपर लीक जांच में 6 पोस्ट-डेटेड चेक बरामद किए, 13 लोग गिरफ्तार
ईओयू के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया, "जांच के दौरान, ईओयू के अधिकारियों ने छह पोस्ट-डेटेड चेक बरामद किए, जो अपराधियों के पक्ष में जारी किए गए थे, जिन्होंने कथित तौर पर परीक्षा से पहले उम्मीदवारों को प्रश्नपत्र उपलब्ध कराए थे." उन्होंने कहा कि जांचकर्ता संबंधित बैंकों से अकाउंट होल्डर्स के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं. ईओयू ने कथित नीट-यूजी 2024 पेपर लीक मामले में अब तक चार परीक्षार्थियों और उनके परिवार के सदस्यों सहित 13 लोगों को गिरफ्तार किया है. डीआईजी ने कहा ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि सभी आरोपी बिहार के हैं.
बता दें कि NEET-UG 2024 का परिणाम 4 जून को घोषित किया गया था. परिणाम घोषित होते ही हंगामा मच गया, कई छात्रों ने विसंगतियों का आरोप लगाया. कथित पेपर लीक और परीक्षा की अखंडता को लेकर चिंताओं के कारण उम्मीदवारों के एक समूह ने नए सिरे से परीक्षा की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. 8 जुलाई को पेपर लीक और परीक्षा रद्द की मांग वाली याचिकाओं पर सुनवाई होनी है.