तेल अवीव रामल्लाह
गाजा पट्टी पर जारी इजरायली हमले बकरीद की रात को और तेज हो गई। मध्य गाजा पर हुए इन हमलों में महिलाओं और बच्चों समेत 17 लोग मारे गए हैं। अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार ये हमले दो जगहों पर हुए, जहां बेघर हुए लोगों को शरणार्थी कैंपों में रखा गया था। इन कैंपों पर रात को हुए हमलों में इन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। ये लोग राफा से निकलकर आए थे, जहां पहले ही इजरायल जमकर हमले बोल रहा है और उसकी सेना अंदर तक घुस गई है। इजरायल का कहना है कि अब हमास के आतंकवादी राफा शहर में शरण लिए हुए हैं, इसलिए वहां हमले करके ही उन्हें नेस्तनाबूद किया जा सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार बकरीद की रात को हुए पहले हमले में महिलाओं और बच्चों समेत 10 लोग मारे गए। इनमें से 5 लोग तो एक ही परिवार के हैं। इसके अलावा करीब 20 लोग जख्मी हो गए। करीब एक घंटे के बाद ही एक और हमला हुआ, जिसमें 7 लोग मारे गए। इस भीषण हमले में पूरा परिवार ही मारा गया। इनमें परिवार के मासूम बच्चे और दादा-दादी तक शामिल थे। शरणार्थी शिविरों में इजरायल पर हमले के आरोप पहले भी लगते रहे हैं। इन दो हमलों में करीब 35 लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें अस्पतालों में एडमिट कराया गया है।
इस बीच इजरायल में अंदरुनी कलह भी तेज हो गई है। पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने वॉर कैबिनेट को भंग कर दिया है। वहीं नेता विपक्ष याइर लैपिड का कहना है कि यदि हम लोग एकजुट हो गए तो फिर बेंजामिन नेतन्याहू को सत्ता से हटाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विपक्षी एकता की कोशिश हो रही है। लैपिड ने कहा, 'इस सरकार को सत्ता से बाहर होना चाहिए। हमें लगता है कि ऐसा किया जा सकता है।' बता दें कि इजरायली पीएम की चिंताएं तब बढ़ीं, जब वॉर कैबिनेट के दो अहम सदस्यों ने रिजाइन कर दिया था। इसके बाद फिर नेतन्याहू ने वॉर कैबिनेट को ही भंग कर दिया।