मुरैना
जौरा कस्बे से सात दिन पहले लापता हुए शिक्षक का मंगलवार को सरायछाैला थाना क्षेत्र के बीहड़ों में शव मिला है।
शिक्षक की पत्नी ने एक दिन पहले ही गुमशुदगी का केस दर्ज करवाया था, जबकि जो शव मिला है वह चार से पांच दिन पुराना है। पुलिस शिक्षक की हत्या होने की आशंका से भी इंकार नहीं कर रही है।
जौरा के इस्लामपुरा में रहने वाले 42 वर्षीय नीरज खटीक सरकारी स्कूल में शिक्षक हैं। चिन्नौनी गांव के मूल निवासी नीरज खटीक 11 जून को शिक्षक घर से निकले और उसके बाद लौटकर नहीं पहुंचे।
स्वजन ने पहले तो नाते-रिश्तेदारों के यहां तलाशा, लेकिन कहीं अता-पता नहीं लगा तो शिक्षक की पत्नी पिंकी खटीक सोमवार को जौरा थाने में पहुंची।
जौरा पुलिस ने गुमशुदगी का केस दर्ज कर लिया। दूसरे ही दिन मंगलवार की दोपहर शिक्षक का शव सरायछौला थाना क्षेत्र के देवपुरी मंदिर से थोड़ी दूर सैयद दरगाह से 50 मीटर पीछे चंबल के बीहड़ों में मिला।
बीहड़ में बकरी चरा रहे एक चरवाहे की नजर शव पर पड़ी और पुलिस को सूचना दी। शव के बटुए में मिले आधार कार्ड से मृतक शिक्षक की पहचान हुई।
शिक्षक का शव चार से पांच दिन पुराना होने के कारण बुरी तरह गल चुका था। जिस हालत में शव मिला है, उससे हत्या करके शव बीहड़ में फेंके जाने का अंदेशा लग रहा है।
शव पर कहीं भी चोट जैसे निशान नजर नहीं आ रहे। पुलिस ने शव को ग्वालियर मेडिकल कालेज में पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है, जिससे शिक्षक की मौत के सही कारण सामने आ सकें। जौरा व सरायछौला थाना पुलिस अपने-अपने स्तर से मामले की जांच में जुटी हैं।