नई दिल्ली
देश पूर्व राष्ट्रपति और दिग्गज कांग्रेसी रहे दिवंगत प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने कांग्रेस में वापसी की अपनी इच्छा प्रकट की है। इसके लिए उन्होंने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी की कार्य संस्कृति पर भी सवाल उठाया है। आपको बता दें कि उन्होंने 2021 में कांग्रेस से इस्तीफा देते हुए टीएमसी जॉइन कर ली थी।
उन्होंने टीएमसी छोड़ने और कांग्रेस में वापसी की इच्छा प्रकट करते हुए कहा, "टीएमसी की कार्य संस्कृति कांग्रेस से बिल्कुल मेल नहीं खाती है। मैंने सोचा कि अब बहुत हो गया। दिल्ली आने के बाद मैंने कांग्रेस आलाकमान से समय मांगा है।'' उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस आलाकमान मुझे तुरंत शामिल होने के लिए कहते हैं तो मैं शामिल हो जाऊंगा। मैं पूरी तरह से स्वतंत्र हूं और कांग्रेस पार्टी में अपना योगदान देने के लिए तैयार हूं।''
अभिजीत मुखर्जी ने कहा,"2019 में मैं जिन कारणों से चुनाव हार गया, उनके बारे में जानता हूं। मैं खुलकर इसके बारे में नहीं कह पाऊंगा। आलाकमान भी इसके बारे में जानते हैं। 2.5 साल तक मैंने कांग्रेस द्वारा मुझे जो भी काम दिया गया उसे पूरा किया। लेकिन पार्टी ने मुझे पर्याप्त काम नहीं दिया। चाहे इसके जो भी कारण रहे हों।'' आपको बता दें कि उन्होंने 2019 में कांग्रेस के सिंबल पर लोकसभा का चुनाव लड़ा था और उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
प्रणब दा के बेटे ने आगे कहा, ''मुझे धीरे-धीरे एक खास व्यक्ति और एक खास समूह द्वारा हाशिए पर डाल दिया गया। इसी दौरान ममता दीदी ने मुझे बुलाया। मैंने उनसे मिलने का समय मांगा था। उन्होंने मुझे टीएमसी शामिल होने का प्रस्ताव दिया। पार्टी में शामिल होने के बाद मुझे ऐसा कोई काम नहीं मिला। उनकी कार्य संस्कृति ने मुझे निराश नहीं किया, लेकिन कांग्रेस के साथ बिल्कुल भी मेल नहीं खाती है।''
टीएमसी की कार्य संस्कृति की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने सोचा कि अब बहुत हो गया। इसलिए दिल्ली वापस आने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने मुझसे अप्रत्यक्ष रूप से पूछा कि मैं चुप क्यों हूं। उन्होंने मुझे सक्रिय होने के लिए कहा। मैंने वरिष्ठ हाईकमान से समय मांगा, शायद मैं एक या दो दिन में उनसे मिल सकूं। अगर वे मुझे तुरंत शामिल होने के लिए कहते हैं, तो मैं कांग्रेस में शामिल हो जाऊंगा।''