सिवनी
मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में दो स्थानों पर गौवंश के गर्दन कटे शव मिलने पर क्षेत्र में सनसनी फैल गई। मामला बुधवार देर शाम का बताया जा रहा है। पिंडरई के पास वैनगंगा नदी में 19 गौवंश के शव मिले हैं। वहीं धूमा क्षेत्र में लगभग 32 गौवंश की गर्दन कटी मिली। सूचना पर मौके पर पहुंचे पुलिस जांच पड़ताल में जुटी हुई है। पुलिस ने जानवरों के डॉक्टर को मौके पर बुलाकर मृत गायों के शवों का परीक्षण करवाया है। मौके पर ही शव दफना दिए गए। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि किन लोगों ने ऐसा किया है।
सिवनी जिले के धनोरा थाना क्षेत्र के गांव पिंडरई के पास वैनगंगा नदी में बुधवार की शाम लगभग 19 गौवंश के गर्दन कटे शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। इस घटना की जानकारी मिलते ही धनौरा व पलारी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच कर रही है। धूमा थाना क्षेत्र लगभग 32 गायों की गर्दन का कुछ भाग काट कर जंगल मे फेंक दी गई थी। पुलिस ने समस्त गायों को दफनाकर जांच कार्यवाही शुरू कर दी है।
वैनगंगा नदी में गायों के शव को निकालने के लिए नदी में जेसीबी उतारने का प्रयास किया गया, लेकिन नदी में जेसीबी मशीन नीचे नहीं आ सकी। इसके बाद गांव के लोगों की मदद से नदी में मृत मिले मवेशियों के शव को रस्सी से बांध कर बाहर निकालने का काम देर शाम तक जारी रहा। अंधेरा होने तक मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस के साथ गांव के लोग मौजूद रहे। वहीं पशु डॉक्टर को भी मौके पर बुलाकर नदी से निकाले गए मवेशियों के शव को पोस्टमार्टम करने के बाद उन्हें दफना दिया गया।
इस मामले में क्षेत्र के लोगों ने बताया कि इस तरह की घटना उनके क्षेत्र में पहली बार हुई है। गांव के लोगों के अनुसार आसपास के गांव से मवेशियों के शव नदी में बहकर आए हैं। गांव के लोगों का कहना है कि इस मामले में पुलिस प्रशासन को जांच कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। इस मामले में पुलिस ने बताया कि पुलिस मवेशी तस्करों पर लगातार कार्रवाई कर रही है। पूरे जिले में मवेशी तस्करों पर नजर रखने के साथ मवेशियों का अवैध रूप से परिवहन करने वालों को पकड़ा जा रहा है। संभावना है कि मवेशी तस्करी करने वाले तस्करों ने पकड़े जाने के डर से मवेशियों को नदी में बहाया हो। इस मामले में हर पहलू पर नजर रख सूक्ष्मता से जांच की जा रही है। जल्द ही घटना में शामिल आरोपितों का पता लगाकर उन्हें पकड़ा जाएगा।