भोपाल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर में दर्शन किए। डॉ. यादव महंत श्री नृत्य गोपालदास जी के जन्मोत्सव में शामिल हुए। उन्होंने कहा है कि मध्यप्रदेश में सनातन संस्कृति के अनुकूल गौशाला संचालन, संस्कृत शिक्षण और पाठ्यपुस्तकों में श्रद्धा के प्रतीक महापुरूषों और संतों की जीवनियाँ शामिल करने की पहल की गई है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार सिंहस्थ-2028 के भव्य आयोजन के लिए तैयारियाँ प्रारंभ कर चुकी है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव गुरूवार को महंत श्री नृत्य गोपालदास जी के जन्मोत्सव पर आयोजित 7 दिवसीय कार्यक्रमों के समापन अवसर पर संबोधित कर रहे थे। इसमें पूर्व मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया भी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अयोध्या धाम में भगवान श्रीराम मंदिर में पूजा-अर्चना कर दर्शन लाभ प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि माता सरयू के तट पर पवित्र नगरी अयोध्या में कई जन्मों के पुण्य के पश्चात दर्शन का सौभाग्य प्राप्त होता है। आज उन्हें भी यह अवसर मिला है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मध्यप्रदेशवासियों एवं राष्ट्रवासियों के कल्याण के लिए प्रार्थना की।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जन्मोत्सव समारोह में कहा कि मध्यप्रदेश में नई शिक्षा नीति के अंतर्गत अनेक अभिनव प्रयास हुए हैं। स्कूल शिक्षा और उच्च शिक्षा के स्तर पर व्यवस्थाओं को बेहतर बनाया जा रहा है। विभिन्न पाठ्यक्रमों में भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण की शिक्षाओं को भी शामिल करने की पहल हुई है। प्रदेश के उज्जैन और इंदौर सहित विभिन्न स्थानों में गौशालाओं के बेहतर संचालन के कदम उठाए गए हैं। गौशालाओं को दिया जाने वाला मानदेय दुगना किया गया है। संस्कृत शिक्षण की दिशा में भी कदम उठाए गए हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि महंत श्री नृत्य गोपालदास जी देव स्वरूप हैं और उनका व्यक्तित्व संघर्षशील रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने महंत जी के 86वें जन्मोत्सव पर बधाई और मंगलकामनाएं देते हुए कहा कि महंत जी ने रामजन्मभूमि न्यास के साथ ही कृष्ण जन्मभूमि न्यास के प्रमुख का दायित्व संभाला है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने महंत जी के स्वस्थ एवं दीर्घायु जीवन की कामना की।