लखनऊ
उत्तर प्रदेश के निवासी डिब्बाबंद और दूध उत्पाद पर खर्च करने में अन्य राज्यों से आगे निकल गए हैं। यूपी के लोग मासिक उपभोग व्यय का सबसे अधिक हिस्सा दूध और उससे जुड़े उत्पादों पर खर्च करते हैं। पारिवारिक उपभोग व्यय सर्वेक्षण की रिपोर्ट में यह बात स्पष्ट हुई है।
दूध और दुग्ध के जुड़े उत्पाद के प्रयोग वालों की संख्या उत्तर प्रदेश के शहरी क्षेत्र के 10.25 फीसदी और ग्रामीण इलाकों के 10.56 फीसदी है। यह आंकड़ा प्रति व्यक्ति मासिक उपयोग खर्च का है। रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश में प्रति व्यक्ति मासिक आय 5040 रुपये शहरी इलाके में है और 3191 रुपये ग्रामीण इलाके में है।
यूपी में प्रति व्यक्ति मासिक उपभोग का खर्च देखिए टेबल में-
किस मद में खर्च | शहरी (% में) | ग्रामीण (% में) |
दूध और दुग्ध उत्पाद | 10.25 | 10.56 |
डिब्बाबंद और पेय पदार्थ | 9.05 | 8.52 |
शिक्षा | 6.02 | 3.61 |
कपड़े | 4.91 | 5.31 |
अन्य राज्यों का आंकड़ा
झारखंड में मासिक उपभोग व्यय शहरी इलाकों में 4931 और ग्रामीण में 2763 रुपये है। बात छत्तीसगढ़ की करें तो शहर में 4483 और ग्रामीण इलाकों में 2466 रुपये है। उत्तराखंड में शहरी इलाकों में 7004 और ग्रामीण में 4641 रुपये है। बिहार की बात करें तो 4768 और गांव के इलाकों में 3384 रुपये है।
रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश के शहरी क्षेत्र के निवासी कुल उपयोग का 47 प्रतिशत खर्च कर देते हैं। और इसमें अनाज की हिस्सेदारी पांच प्रतिशत है। बात अगर पढ़ाई लिखाई की करें तो उसमें राज्य के शहरी इलाकों के लोग मासिक खर्च का 6.02 प्रतिशत और ग्रामीण इलाकों के लोग 3.61 प्रतिशत खर्च करते हैं।
ऐसे ही बात अगर घरेलू इस्तेमाल के सामान की करें तो शहरी इलाके के लोग 6.58 प्रतिशत और ग्रामीण इलाकों के लोग 6.48 प्रतिशत खर्च करते हैं। ऐसे ही कपड़े में 4.91 प्रतिशत और ग्रामीण में 5.31 प्रतिशत खर्च करते हैं।