नई दिल्ली
राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) के अधिकारियों ने वित्त वर्ष 2023-2024 में 3,500 करोड़ रुपये मूल्य के प्रतिबंधित सामान जब्त किए हैं, जिनमें मादक पदार्थों और सोने का अनुपात अपेक्षाकृत अधिक है। एक शीर्ष अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
राजस्व खुफिया निदेशालय के प्रधान महानिदेशक मोहन कुमार सिंह ने कहा कि आपूर्ति शृंखलाओं में घुसपैठ तस्करी पर अंकुश लगाने में एक महत्वपूर्ण चुनौती बनकर उभरी है।
मादक पदार्थो और अन्य प्रतिबंधित वस्तुओं की तस्करी में हवाई यात्रियों, कूरियर और डाक कार्गो का इस्तेमाल किया जाना चिंता का विषय है।
सिंह ने ‘‘अवैध व्यापार की चुनौतियों और आगे की राह’’ विषय पर भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) द्वारा आयोजित एक संगोष्ठी में कहा, ‘‘वित्त वर्ष 2023-24 में, डीआरआई ने तस्करी के 623 मामलों का पता लगाया, जो प्रतिदिन औसतन लगभग दो मामले हैं। इस वित्त वर्ष में 3,500 करोड़ रुपये की प्रतिबंधित सामग्री जब्त की गई। इनमें सर्वाधिक जब्ती स्वापक औषधि एवं मन:प्रभावी पदार्थों की हुई, जबकि दूसरे नंबर पर सोना रहा।’’
सूत्रों के मुताबिक, राजस्व खुफिया निदेशालय ने वित्त वर्ष 2023-24 में 1,658 किलोग्राम सोना जब्त किया। यह पिछले साल जब्त किए गए सोने से 35 प्रतिशत अधिक है।
संगोष्ठी में सिंह ने कहा कि राजस्व खुफिया निदेशालय इस वित्त वर्ष में सिगरेट, लाल चंदन, नकली एवं विदेशी मुद्राएं तथा वन्यजीव उत्पादों की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए भी निगरानी कर रही है।
उन्होंने कहा कि ‘अवैध सीमा व्यापार’ अंतरराष्ट्रीय मुद्दा है, इसलिए प्रवर्तन एजेंसियों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ वैश्विक सहयोग इससे निपटने का एक तरीका है।
इसके साथ ही संबंधित हितधारकों को शामिल करने से तस्करी का पता लगाने और उस पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।